जयपुर। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के नेचर को समझने और उसे कंट्रोल करने के लिए देश-दुनिया के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ चिंतित हैं। वहीं, राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीणा ने इस वैरिएंट को लेकर बेफिक्र होने की बात कही है। मीणा ने कहा कि ओमिक्रॉन का संक्रमण राज्य में नियंत्रित है। यहां मिले सभी 17 मरीज नेगेटिव हो चुके हैं। फिलहाल इस नए वैरिएंट से राज्य को कोई खतरा नहीं है। इसी के चलते हम प्रदेश में स्कूल-कॉलेजों को बंद नहीं करेंगे।
भास्कर से बातचीत में मंत्री ने कहा कि लोगों और अभिभावकों में ये चिंता है कि कोरोना का नया वैरिएंट आ गया है। ऐसे में क्या स्कूल-कॉलेज फिर बंद होंगे? उन्होंने कहा- तो मैं बता दूं कि ऐसा कुछ नहीं है। हम अभी स्कूल-कॉलेज बिल्कुल बंद नहीं करेंगे। राजस्थान ने ओमिक्रॉन को काबू में कर लिया है। एक भी संक्रमित को बड़े स्तर पर लोगों के संपर्क में नहीं आने दिया। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों दक्षिण अफ्रीका से एक परिवार आया था। उसके संपर्क में जितने भी लोग आए उन सभी की हमने ट्रेसिंग करके टेस्टिंग की। इनमें जो लोग जीनोम सिक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन संक्रमित मिले थे, वे अब सभी ठीक हो चुके हैं। घर जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सभी की कोरोना रिपोर्ट 2 या उससे ज्यादा बार नेगेटिव आ चुकी है।
31 दिसंबर तक 100 फीसदी वैक्सीनेशन का टारगेट
मंत्री परसादी लाल ने बताया कि हमारा पूरा फोकस कोरोना को कंट्रोल करने के साथ-साथ वैक्सीनेशन को पूरा करने पर है। हमने 31 दिसंबर तक 100 फीसदी वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। हमने हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर के लिए बूस्टर डोज लगाने की अनुमति केन्द्र सरकार से मांगी है। प्रधानमंत्री की तरफ से इसका अब तक कोई जवाब नहीं आया है।
87 फीसदी को पहली डोज
राजस्थान में वर्तमान में वैक्सीनेशन की स्थिति देखें तो सभी टारगेट ग्रुप के करीब 5 करोड़ 14 लाख 95,402 लोगों में से 4 करोड़ 49 लाख 27,680 लोग ही वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं। यानी 87 फीसदी को वैक्सीन की सिंगल डोज भी नहीं लगी है। इनमें से भी अब तक 3 करोड़ 5 लाख 1244 लोगों का वैक्सीनेशन पूरा हुआ है। यानी इतने लोगों को दोनों डोज लग चुकी है।