बीकानेर,कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर दिखा गुलाम नबी आजाद ने पार्टी छोड़ी. उनके की चौतरफा चर्चा है. सीएम गहलोत के चापलूस वाले बयान के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी बड़ा बयान दिया है.उन्होंने आजाद की महत्वाकांक्षा को इस्तीफे का जिम्मेदार ठहराया. कल्ला बीकानेर दौरे पर थे और उन्होंने अपनी राय एक निजी कार्यक्रम में जाहिर की.
बीकानेर. कांग्रेस से गुलाम नबी आजाद का इस्तीफा सुर्खियों में है. उन्होंने जिस अंदाज में कांग्रेस से exit किया वो कइयों को अखर रहा है. उनकी 5 पन्नों की चिट्ठी को लेकर ऐतराज जताया जा रहा है. पार्टी छोड़ने के बाद राहुल गांधी पर लगाए गए आरोपों की बात सब कर रहे हैं. अब प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने गुलाम नबी के कांग्रेस से आजाद होने की असल वजह बताई है! उन्होंने इसे राज्यसभा से जोड़ा है.
बीकानेर के दौरे पर आए प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने भी गुलाम नबी आजाद पर सवाल खड़े करते हुए तंज किया . कहा कि कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा से उम्मीदवार नहीं बनाया और इसकी पीड़ा के चलते उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दिया. कल्ला ने यहां तक कहा कि कांग्रेस एक समुद्र है उसमें कई छोटी नदियां और मुहाने मिलते हैं लेकिन खुद गुलाम नबी आजाद को भी इस बारे में सोचना चाहिए. कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राज्य सभा सांसद जैसे तमाम पद दिए लेकिन जब एक बार राज्यसभा का टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी.
आजाद के Congress से Exit की वजह बताई
सचिन पायलट ने कहा- जिम्मेदारी से पीछे हटे नबी : सीएम गहलोत के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी आजाद के इस्तीफे को गलत करार दिया था. सचिन पायलट ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर (Sachin Pilot on Ghulam Nabi) प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वे इस्तीफे के समय को गलत मानते हैं. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी इन 50 सालों में तमाम पद यूथ कांग्रेस, मंत्री, सांसद, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष पर रह चुके हैं. भाजपा के खिलाफ बेरोजगारी, महंगाई जैसे तमाम मुद्दों को उठाने के लिए कांग्रेस पार्टी 4 तारीख को रैली कर रही है. 7 तारीख को भारत जोड़ो यात्रा पूरे देश में निकाली जा रही है. आज पार्टी को उनकी जरूरत थी, भाजपा के खिलाफ संघर्ष करने के लिए. ऐसे समय पर पार्टी छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि चिट्ठी में लिखी बातें सच्चाई से परे हैं. आज सभी को साथ काम करने की जरूरत है, चाहे वो अनुभवी हो या युवा. लेकिन वे ऐसे समय पर पार्टी छोड़कर अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटे हैं. फिर भी कांग्रेस पार्टी भाजपा के खिलाफ आवाज बुलंद करती रहेगी और उनकी कुशासन के खिलाफ संघर्ष करती रहेगी.बता दें, गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कांग्रेस (Congress) पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दिया. आजाद ने कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी को 5 पन्नों का इस्तीफा भेजा है. जानकारी के मुताबिक आजाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सानियर नेताओं को लगातार साइडलाइन किया जा रहा है. उन्होंने सोनिया गांधी को भेजे गए इस्तीफे में लिखा कि बड़े अफसोस और बेहद भावुक दिल के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा सदी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है. आजाद ने कहा, भारत जोड़ो यात्रा की जगह कांग्रेस जोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए