श्रीगंगानगर। पंजाब निवासी दूध का काम कर रहा एक व्यक्ति श्रीगंगानगर में हनीट्रेप का शिकार हाे गया है। दाे युवतियाें ने अपने तीन साथियाें संग इससे 3 लाख रुपए ऐठ लिए हैं। पीड़ित ने वारदात काे लेकर काेतवाली थाना में परिवाद देकर मुकदमा करवाया है। पुलिस आराेपियाें की गैंग काे पकड़ने घटनास्थल पर गई ताे मकान काे ताला लगा मिला।
पुलिस ने घटनास्थल का माैका नक्शा बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही फरार गैंग के सुराग लगाने काे प्रयास किए जा रहे हैं। काेतवाल विश्वजीतसिंह ने बताया कि पंजाब के गंगानगर से अबाेहर मार्ग के एक गांव निवासी 47 वर्षीय मनदीपसिंह जटसिख ने परिवर्तित नाम ने थाने में परिवाद दिया। इसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच सेतिया चाैकी प्रभारी एसआई सुभाष बिश्नाेई काे दी गई है।
जांच अधिकारी एसआई बिश्नाेई ने बताया कि पीड़ित ने बताया है कि उसके पास 17 जनवरी काे किसी अज्ञात युवती का फाेन आया था। उसने अपनी किसी समस्या काे लेकर बात करने का कहकर मिलने काे बुलाया। पीड़ित अपने दाेस्त के साथ 22 जनवरी की दाेपहर करीब डेढ़ बजे आराेपी अज्ञात युवती के बुलावे पर बसंती चाैक पहुंचा। वहां से युवती उनकाे अपने घर ले गई और बंधक बना लिया।
कमरे में बंद कर दिया, आपत्तिजनक वीडियाे बनाकर मांगे 3 लाख
पीड़ित ने बताया कि अज्ञात युवती के बुलावे पर वह अपने गंगानगर निवासी एक साथी के साथ बसंती चाैक गया था। वहां से वह युवती पीड़ित और उसके साथी काे अपने मकान में ले गई। वहां उसने पीड़ित तथा उसके साथी काे कमरे में बैठाकर चाय बनाने का बहाना किया और फिर कमरे काे बाहर से बंद कर दिया। इसके बाद आराेपी युवती की एक साथी युवती और तीन युवक आ गए।
इन लाेगाें ने मिलकर पीड़ित का कमरे में आपत्तिजनक वीडियाे बना लिया और इसे सार्वजनिक कर बदनाम करने की धमकी देने लगे तथा दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देने लगे। उन्हाेंने एेसा नहीं करने की एवज में पीड़ित से 3 लाख रुपए की मांग की। पीड़ित ने यह रकम तुरंत मंगवाकर आराेपियाें काे दी। इसके बाद आराेपियाें ने उसे तथा उसके साथी काे बंधन मुक्त िकया।
पीड़ित गांव और आसपास से दूध इकट्ठा कर अबाेहर बेचने जाता है
पीड़ित ने परिवाद में बताया है कि वह दूध का काराेबार करता है। पंजाब के अपने गांव और आसपास के गांव-ढाणियाें से दूध इकट्ठा कर अबाेहर में बेचने जाता है। अपने व्यवसाय के हिसाब से उसका गंगानगर शहर में नियमित आना-जाना नहीं हाेता है। क्याेंकि दूध के व्यवसाय से उसे कम ही फुर्सत मिलती है। अज्ञात आराेपियाें के पास पीड़ित का नंबर कैसे पहुंचा, इस बारे में आराेपियाें के पकड़े जाने पर ही पता चल पाएगा। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
बहाने से मंगवाए 3 लाख, पुलिस ने छापा मारा ताे लगा मिला ताला
पुलिस की ओर से की गई अब तक की जांच में सामने आया है कि पीड़ित ने अपने दाेस्त से बहाने से 3 लाख रुपए की मदद मांगी। यह रकम आराेपियाें के हाथ लगी ताे उसे बंधन मुक्त किया गया। पुलिस के पास मामला पहुंचा ताे उस मकान में छापा मारा गया जहां यह कांड हुआ है। आराेपियाें की गैंग मकान के ताले लगाकर फरार हाे चुकी है। यह मकान किराए का बताया जा रहा है। आसपास के लाेगाें ने बताया कि मकान में ये लाेग कुछ समय पहले ही रहने काे आए थे।