Trending Now


बीकानेर,जयपुर,मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के शताब्दी वर्ष समारोह के उपलक्ष्य में मिलिट्री हॉस्पिटल जयपुर द्वारा 02 अगस्त 2025 को ‘नर्सिंग अडाप्टेशन्स इन द डिजिटल एरा.’ विषय पर निरंतर नर्सिंग शिक्षा कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन सप्त शक्ति कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह द्वारा किया गया, और उन्होंने इस अवसर पर संसाधन सामग्री को जारी किया। अपने मुख्य भाषण में उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपनाने में सैन्य नर्सों की उभरती भूमिका की सराहना की तथा समकालीन स्वास्थ्य देखभाल वातावरण में उच्च गुणवत्ता वाली, मरीज-केंद्रित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी प्रगति को तेजी से अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों प्रारूपों में आयोजित इस कार्यक्रम में कमांड के विभिन्न हिस्सों से सैन्य नर्सिंग अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में अर्न्स्ट एंड यंग के पार्टनर कंसल्टिंग श्री प्रकाश सिंह ने विचारोत्तेजक मुख्य व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली को पुनः परिभाषित कर रहा है। उनके संबोधन ने आगे के तकनीकी सत्रों की नींव रखी, जिसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं, विशेष रूप से सैन्य नर्सिंग के क्षेत्र में डिजिटल साक्षरता के महत्व को रेखांकित किया गया।

विशेषज्ञों द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित क्लिनिकल डिसिजन-मेकिंग , पूर्वानुमान विश्लेषण हेतु मशीन लर्निंग, रिमोट पेसेंट मॉनिटरिंग के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा एकीकरण हेतु इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स, रीयल-टाइम ट्रैकिंग के लिए पहनने योग्य स्वास्थ्य उपकरण तथा दुर्गम क्षेत्रों में निगरानी तकनीकों जैसे विषयों पर गहन सत्रों का आयोजन किया गया। इन सत्रों ने प्रतिभागियों की तकनीकी जानकारी को समृद्ध किया और इन नवाचारों के ऑपरेशनल एवं फील्ड परिस्थितियों में व्यावहारिक उपयोग को भी उजागर किया।

यह सीएनई कार्यक्रम ज्ञान-साझा, कौशल संवर्धन एवं पेशेवर नेटवर्किंग के लिए एक प्रभावी मंच सिद्ध हुआ। इसने स्वास्थ्य सेवा में नवाचार और मरीज देखभाल के प्रति मिलिट्री नर्सिंग सर्विस की प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ किया। डिजिटल तकनीक को अपनी कार्यसंस्कृति में समाहित कर, मिलिट्री नर्सिंग सर्विस यह सुनिश्चित कर रही है कि उसका प्रत्येक सदस्य लगातार विकसित हो रहे चिकित्सा परिदृश्य की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सके। कार्यक्रम का समापन एक सकारात्मक और प्रेरणादायक वातावरण में हुआ, जहाँ सभी प्रतिभागी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में इन नवाचारों को लागू करने के लिए उत्साहित दिखाई दिए, जिससे सैन्य चिकित्सा सेवा में उत्कृष्टता बनी रहेगी।

Author