बीकानेर,लश्कर आतंकियों की गोलियों से जख्मी हुआ भारतीय सेना का बहादुर लड़ाकू डॉग Zoom शहीद हो गया. उसे दो गोलियां लगी थीं. 24 घंटे पहले श्रीनगर के एडवांस फील्ड वेटरीनरी अस्पताल में उसकी सर्जरी हुई थी. 13 अक्टूबर 2022 की दोपहर 12 बजे उसकी मौत हो गई. सेना ने अपना एक घातक सिपाही खो दिया.
नई दिल्ली,भारतीय सेना का लड़ाकू डॉग* Zoom शहीद हो गया है. श्रीनगर स्थित 54 एडवांस्ड फील्ड वेटरीनरी हॉस्पिटल (54 AFVH) में उसने आज यानी 13 अक्टूबर 2022 की दोपहर पौने 12 बजे आखिरी सांस ली. 12 बजे उसे मृत घोषित कर दिया गया. बेल्जियन मैलिनॉय ब्रीड के जूम ने कुछ दिन पहले ही अनंतनाग में एक घर छिपे दो आतंकियों पर घातक हमला किया था. जिसके बाद हमारे फौजियों ने आतंकियों को मार गिराया.
Zoom उत्तरी कमांड के 15वें कॉर्प्स में आतंकियों से मोर्चा लेने के लिए तैनात किया गया था.*
इस मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने जूम को दो गोली मारी. गोलियों की वजह से उसका चेहरा बिगड़ गया था. उसके पिछले पैर में गोली लगी थी. Zoom की उम्र ढाई साल थी. वह 10 महीनों से भारतीय सेना के उत्तरी कमांड में स्थित 15वें कॉर्प्स के लिए देश के दुश्मनों से लोहा ले रहा था. जब इसकी कहानी सोशल मीडिया पर आई थी, तभी से लोग इसके सेहतमंद होने की प्रार्थना कर रहे थे. लेकिन जूम बच नहीं पाया. Zoom की ट्रेनिंग सिर्फ और सिर्फ आतंकियों को पकड़ने और मार गिराने के लिए की गई है.
zoom को दस महीनों तक सिर्फ आतंकियों से सामना करने की ट्रेनिंग दी गई थी.*
जूम ने अनंतनाग के तंगपावास में एक घर में छिपे दो आतंकियों पर चुपके से खतरनाक हमला किया था. आतंकी फौजियों की चेतावनी पर आम लोगों को निशाना बना रहे थे. तब सैनिकों ने जूम को आतंकियों की ओर भेजा. जूम ने कमांडो जैसी तेजी से कार्रवाई की. उन्हें इस बहादुर सैनिक के हमले की उम्मीद ही नहीं थी. Zoom के अचानक हमले से आतंकी घबरा गए. ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे. दो गोलियां जूम को लगीं. लेकिन उसने एक भी आतंकी को छोड़ा नहीं.
15वे कॉर्प्स के प्रवक्ता ने बताया कि Zoom ने बेहद चुपके और बहादुरी से यह जंग लड़ी. उसने आतंकियों को बुरी तरह से झंकझोर दिया. डरा दिया था. *तब तक हमारी रेड टीम ने दोनों आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया. इस हमले में भारतीय सेना का भी एक जवान जख्मी हो गया.*