
बीकानेर,.सर्दी के शुरु होने के साथ ही हजारों किलोमीटर का सफर तय कर प्रवासी जलीय पक्षी बीकानेर आना शुरु हो गए है. ये जलीय प्रवासी पक्षी मुख्यत: मध्य एशिया व यूरोपियन देशों से हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर भारत आते हैं.वर्तमान में समीपवर्ती जोड़बीड़ क्षेत्र के पास बनी एक झील में वुड सैंडपाइपर प्रजाति के काफी छोटे आकार के जलीय पक्षी बड़ी संख्या में पहुंचे है. इसके शरीर का ऊपरी हिस्सा स्लेटी भूरा होता है, जिस पर हल्के धब्बे होते हैं. भारत में यह एक प्रवासी पक्षी है जो पक्षी एक बड़े समूह में प्रवास करते हैं. स्थानीय निवासी राकेश शर्मा ने बड़ी संख्या में प्रवासी जलीय पक्षियों को जिले के ग्रामीण क्षेत्र के तालाब, झील में देखकर फोटोग्राफ्स खींचे है. शर्मा बताते हैं कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ये अगस्त से पहुंचना आरंभ कर देते हैं और फरवरी तक इन्हें आसानी से देखा जा सकता है. इनका मुख्य भोजन जलीय कीट, लार्वा, घोंघा आदि होता है. ये पानी में चलते हुए भोजन ग्रहण करते हैं. ये पक्षी तैरते समय भी पानी के ऊपर मौजूद कीटों को खा जाते हैं. इनके साथ अन्य जलीय पक्षी मार्स सैंडपाईपर, स्टींट, रफ्फ, रेड सैंक, डनलीन, रेगड पूलोवर आदि भी प्रवास करते हैं. वुड सैंडपाईपर काफी लंबी दूरी तय करते है. जलीय पक्षी वुड सैंडपाइपर बिना रूके दो हजार किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करने की क्षमता रखता है.