बीकानेर, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज कुमार ने कहा कि राज्य के विकास में प्रवासी राजस्थानियों की महत्ती भूमिका है। इसके मद्देनजर प्रवासियों को यहां सहज वातावरण उपलब्ध करवाने पर विशेष ध्यान दिया जाए।
राजस्थान फाउंडेशन आयुक्त ने कहा कि बड़ी संख्या में राज्य के निवासी देश-विदेश के अलग-अलग हिस्सों में अपनी अलग पहचान रखते हैं। राज्य के विकास में इन प्रवासियों का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है, इसके लिए प्रवासी राजस्थानियों को यहां निवेश के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों को उनके योगदान के लिए पर्याप्त मान-सम्मान दिया जाए, साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे चैरिटेबल कार्यों की आमजन को जानकारी रहे, इस दिशा में विशेष प्रयास किए जाएं। कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को आयोजित बैठक में धीरज कुमार ने कहा कि प्रवासियों के हितों का विशेष ध्यान रखते हुए प्रशासन इस दिशा में प्रयास करें। बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आयुक्त ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी देशभर में सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों में संलग्न रहे हैं और कोरोना संकट के समय भी इनका उल्लेखनीय योगदान रहा है। राजस्थानी कहीं भी रहें वे अपनी मिट्टी से सदैव जुड़ाव महसूस करते हैं और राजस्थान सरकार भी उनके स्वागत के लिए तत्पर है। आयुक्त ने कोरोना संकट के दौरान राजस्थान फाउंडेशन द्वारा दिए गए 63 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का भी भौतिक सत्यापन किया। उन्होंने कहा कि संकट के दौर में मेडिकल सुविधाओं की उपलब्धता में प्रवासी राजस्थानियो की सक्रिय भागीदारी रही है। राज्य में निवेश की अपार संभावनाओं के मद्देनजर यहां निवेश की इच्छा रखने वाले प्रवासियों को उचित और आसान तरीके से पूरी प्रक्रिया की जानकारी उपलब्ध करवाई जाए।
बैठक में श्रम विभाग द्वारा बताया गया कि बीकानेर के 50 हजार 602 प्रवासी हैं, जिनमें से 2 हजार 339 कुशल प्रवासी है।
*गठित हो एन आर आर सेल*
फाउंडेशन आयुक्त ने कलेक्ट्रेट में एनआरआर सेल गठित करने के निर्देश देते हुए कहा कि यह सेल प्रवासी राजस्थानियों के हितों का विशेष ध्यान रखते हुए इनसे सम्पर्क में रहें और निवेश के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि बीकानेर में जो प्रवासी स्वयंसेवी संगठन, भामाशाह, दानदाताओं सहयोग में जुटे हैं, उनके योगदान की आमजन को जानकारी दी जाए। साथ ही भविष्य में भी ऐसे प्रवासियों की चैरिटेबल कार्यों में सक्रिय भागीदारी को भी सुनिश्चित किया जाए।
फाउंडेशन के आयुक्त ने शनिवार को पीडियाट्रिक सेंटर, जरियाट्रिक सेंटर, पीबीएम परिसर में स्थित भोजनालय का अवलोकन करते हुए यहां की व्यवस्थाएं देखी।
पीबीएम अधीक्षक डॉ परमिंदर सिरोही ने व्यवस्थाओं के बारे में अवगत करवाया । इस दौरान आयुक्त ने वहां भर्ती बच्चों के परिजनों से बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और उनसे वार्ड की व्यवस्था के बारे में भी पूछा। उन्होंने कहा कि वार्डों में कार्यरत चिकित्सक, नर्सिंग कर्मी तथा सफाई कर्मी भी कोविड प्रोटोकॉल की पालना करें। डॉक्टर्स राउंड द क्लॉक बच्चों की मोनिटरिंग करे।
*मेडिसिन विंग का लिया जायजा*
राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज कुमार ने पीबीएम परिसर में सीएम मूंधड़ा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनवाई जा रही मेडिसिन विंग का जायजा लिया। उन्होंने प्रोजेक्ट के बारे में प्रोजेक्ट एजेंसी के मैनेजर से बारीकी से जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने इस विंग के निर्माण के लिए सुझाव दिए और ट्रस्ट के कार्यों की सराहना की।
*भोजनालय का किया अवलोकन*
पीबीएम परिसर में निरीक्षण के दौरान उन्होंने परिसर में स्थित भोजनालय में भी व्यवस्था देखी और भोजनालय के काउंटर पर उन्होंने दिए जाने वाले भोजन की डाइट के बारे में जाना। धीरज कुमार ने भोजनालय परिसर के अंदर स्टोर व रसोई में व्यवस्था देखी।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) अरुण प्रकाश शर्मा, डॉ रेणु अग्रवाल, डॉ मुकेश बेनीवाल, डॉ गजानंद तंवर सहित अस्पताल के कार्मिक मौजूद रहे।