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बीकानेर,औपनिवेशिक काल में अंग्रेजों ने शिक्षा क्षेत्र पर नियंत्रण कर देशज गुरुकुल शिक्षा पद्धति को नष्ट करने का प्रयास किया लेकिन ब्रिटिश काल में डीएवी आंदोलन ने देशज शिक्षा पद्धति के द्वारा राष्ट्रीयता को पुनः जागृत कर देश में राष्ट्रप्रेम का उद्घोष किया।

ये विचार एमजीएसयू के सेंटर फॉर म्यूज़ीयम एंड डॉक्युमेंटेशन की डाइरेक्टर डॉ॰ मेघना शर्मा ने ऑनलाइन जुड़कर अमरोहा उत्तर प्रदेश के जगदीश शरण हिन्दू पीजी कॉलेज द्वारा 04 व 05 नवंबर के बीच आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रथम दिवस शनिवार को परिचर्चा सत्र में वक्ता के रूप में बोलते हुये व्यक्त किये।
राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय देशज शिक्षा व्यवस्था रहा जिसके प्रथम दिवस उद्घाटन सत्र के उपरांत आयोजित परिचर्चा में मंच पर डॉ॰ नरेश, डॉ॰ धर्मपाल, किसान ट्रस्ट नई दिल्ली के भोले शंकर शर्मा, जगदीश शरण हिन्दू कॉलेज के प्राचार्य प्रो॰ वीर विक्रम सिंह उपस्थित रहे। सत्र की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के महाराज अग्रसेन कॉलेज के प्रो॰ मुकेश अग्रवाल ने की।
सत्र संचालन डॉ॰ अरविंद कुमार द्वारा किया गया तो मंच से धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी संयोजक डॉ॰ अनुराग पांडे द्वारा दिया गया।

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