झुंझुनूं मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि केंद्र सरकार की ओर से उन्हें भी चुप रहने पर उपराष्ट्रपति बनाने का इशारा किया गया था।राजस्थान दौरे पर आए मलिक नागौर जाते हुए कुछ देर झुंझुनूं जिले के बगड़ कस्बे में रुकने के दौरान शनिवार को यह बात कही। उन्होंने कहा, लेकिन मैंने कह दिया कि मैं ऐसा नहीं कर सकता।
मलिक ने कहा कि मैं जो महसूस करता हूं, वह जरूर बोलता हूं। चाहे उसके लिए मुझे कुछ भी छोड़ना पड़े। हालांकि जगदीप धनखड़ इस पद के लिए डिजर्व करते हैं। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर बात का सपोर्ट करता हूं, साथ ही मैं अपना मत जाहिर कर देता हूं। इसका मतलब यह नहीं है कि मैं मोदी सरकार के खिलाफ हूं।
मलिक ने इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ करने पर भी केन्द्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली के राजपथ का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी। राजपथ अपने आप में बहुत अच्छा नाम था। सभी जानते थे, लेकिन बदल दिया गया है। यह किसी मंत्र की तरह लगता है।
राहुल गांधी अच्छा काम कर रहे हैं
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर उन्होंने ने कहा कि राहुल गांधी अपनी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। वो युवा नेता हैं। कोई भी नेता ऐसा काम नहीं करता जो आज राहुल गांधी कर रहे हैं। वे अच्छा काम कर रहे हैं।
भाजपा के बहुत से लोगों पर भी पड़ने चाहिए छापे
देश में प्रवर्तन निदेशालय ईडी और सीबीआई की छापेमारी को लेकर उन्होंने कहा- भाजपा में भी बहुत से लोग हैं, जिन पर छापामार कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। केंद्र सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन पर ईडी और सीबीआई के छापों की जरूरत है। इसीलिए देश में छापों को लेकर अलग माहौल बन गया।