












बीकानेर, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संभागीय केन्द्र बीकानेर की ओर से रविन्द्र रंगमंच पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन बुधवार को शाम छह बजे से साढ़े सात बजे तक ’’खुशहाल जीवन के लिए ध्यान’’ बौद्धिक व प्रायोगिक कार्यक्रम से होगा। बुधवार को प्रायोगिक अनुभव, हीलिंग सत्र सुखमय जीवन के लिए अनमोल का विशेष होगा।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की क्षेत्रीय केन्द्र संचालिका बी.के. कमल ने अंतरराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता, लाइफ कोच डॉ.शक्तिराज भाई के बुधवार को होने वाले अंतिम सत्र में समय से पूर्व पहुंचने, साथ में मोमबत्ती व पेन लाने अवश्य लाने, सकारात्मक सोच के साथ, स्व परिवर्तन को ध्येय को लेकर शामिल होने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मुश्किल से शिवानी दीदी व डॉ.शक्तिराज भाई के कार्यक्रम बीकानेर शहरवासियों को मिला है। नगर वासियों को इसका अधिकाधिक लाभ लेना चाहिए। शिवानी दीदी व डॉ.शक्तिराज भाई का संयुक्त कार्यक्रम 22 से 25 दिसम्बर तक रायपुर में होगा। उसमें भी देश विदेश के लोग शामिल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय प्रेरक वक्ता, लाइफ कोच डॉ.शक्तिराज भाई ’’खुशहाल जीवन के लिए ध्यान पर विशेष के दौरान बुधवार को उपस्थिति लोगों को हंसाते हुए उन्हें प्रायोगिक रूप से जोड़ते हुए अनेक जीवन उपयोगी संदेश दिए। उपस्थित लोगों ने घर को एंगर जोन बनाने, गुस्सा नहीं करने, परमात्मा का शुक्रिया अदा करने, नकारात्मक उर्जा को दूर कर सकारात्मक को प्राप्त करने के लिए नियमित ध्यान करने तथा अपने शुद्ध, बुद्ध व निर्मल आत्म स्वरूप को पहचानने का संकल्प दिलाया।
डॉ.शक्तिराज भाई ने कहा कि ध्यान बाह्य जगत से अंतर में जाने की यात्रा है। अंतकरण व मन की गहराइयों पर जाने का नियमित अभ्यास करने वाला सदा प्रसन्न होते हुए सुखमय जीवन जीता है वहीं नकारात्मक बातों को मन में भरने वाला, काम, क्रोध, लोभ व मोह रूपी विकारों से ग्रस्त मानव स्वयं दुःखी रहता है तथा दूसरों को भी दुखी करता है। अपने मन व तन को कलुषित करता है तथा कष्टमय जीवन जीता है। उन्होंने कहा कि पवित्रता, निर्मलता शांति व खुशी मन व आत्मा स्वभाविक अवस्था है, इस अवस्था को प्राप्त करने के लिए अपने में व्याप्त बुराइयों व कमियों को दूर कर, संकल्प लेकर सिद्धि की प्राप्ति करें। कार्यक्रम में ंश्रोताओं की संख्या के बढ़ने के कारण रविन्द्र रंगमंच के बाहर स्क्रीन व अतिरिक्त कुर्सियां लगाई गई।
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