बीकानेर,श्रीमाली ब्राहमण समाज का कुंभ कहे जाना वाला उत्सव महालक्ष्मी पाटोत्सव का आगाज सांस्कृतिक संध्या के द्वारा हुआ। स्थानीय उस्ता बारी के बाहर स्थित माता महालक्ष्मी मंदिर में महालक्ष्मी जन्मोत्सव पर सांस्कृतिक संध्या के तहत अवनी श्रीमाली एवम धारणा ने माता महालक्ष्मी का स्वरूप धारण कर अपनी प्रस्तुति दी। इसी क्रम में शालू ने शिव तांडव स्त्रोत की झांकी प्रस्तुत की। कार्यक्रम के तहत सांस्कृतिक एवं राजस्थानी गीतों पर युवतियों द्वारा नृत्य प्रस्तुत किए गए। जिसमें सतरंगी म्हारो राजस्थान पर नेहा, मीरा द्वारा रचित कृष्ण गीत पर अनामिका, मिक्स राजस्थानी सांॅन्ग पर प्रज्ञा, नन्दनी, प्राथी एवम धारणा ने प्रस्तुतियां दी। श्रीमाली महिला मण्डल आयोजित सांस्कृति संध्या में महिलाओं ने पारम्परिक गीतों की सामूहिक प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम के अगले चरण में समाज में शिक्षा, खेल एवं अन्य क्षेत्र में युवा-युवतियों द्वारा विशिष्ट कार्य किया गया हो उनको समाज अध्यक्ष एवं अन्य गणमान्य विद्वजनों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्रीमाली ब्राहमण समाज के अध्यक्ष श्याम सुन्दर श्रीमाली ने कहा कि आज का दिन बहुत ही विशिष्ट है, एक तरफ जहां माता महालक्ष्मी का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मातृशक्ति का बढ़चढ़ कर सहयोग मिल रहा है। वर्तमान समय में समाजहित कार्यों हेतु नारी शक्ति का सहयोग मिलना महत्ती आवष्यक है। श्री श्रीमाली ने कहा कि समाज में अनुभवी लोगों का मार्गदर्शन तथा युवाओं के साथ ही समाज का उत्थान हो सकेगा।
महिला मण्डल की अध्यक्ष इन्द्रा दवे ने कहा कि समाज ने आज हमें बहुत बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है जिसको हम पूरी निष्ठा से निभायेगें। श्रीमती दवे ने कहा कि महिला मण्डल में 24 साथी है जिनके सहयोग से ही समाजिक सरोकारो के काम किए जा रहे है। उन्होंने महिला मण्डल के कार्यकारिणी सदस्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सभी सदस्य अपनी अपनी जिम्मेवारी से कार्य कर रहे तथा उनके समर्पण भाव से ही हम आगे बढ़ सकते है।
पाटोत्सव के कार्यक्रम के तहत माता महालक्ष्मी जी का पंचामृत से अभिषेक किया गया तथा विशेष श्रृंगार किया गया। तत्पश्चात रात्रि कालीन महालक्ष्मी जी के जन्मोत्सव पर महाआरती का आयोजन किया गया एवं खीर प्रसाद युवा मंडल तथा तेजस श्रीमाली द्वारा वितरण सभी भक्तजनों को किया गया। मंच संचालन वर्षा श्रीमाली एवम ऋतु दावे ने किया। कार्यक्रम में श्रीमाली समाज के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।