अजमेर के मसूदा क्षेत्र के देव माली गांव में गुर्जर समुदाय के आराध्य देव भगवान देवनारायण का मंदिर है। इस मंदिर परिसर में विगत दिनों भजन संध्या का एक कार्यक्रम हुआ। क्षेत्रीय विधायक के नाते राकेश पारीक ने भी इस समारोह में भाग लिया। भजनों के मध्य ही कांग्रेस विधायक पारीक का संबोधन भी हुआ। आमतौर पर ऐसे धार्मिक समारोह में राजनीति नहीं होती है। लेकिन गुर्जर समुदाय के मंदिर के परिसर को ध्यान में रखते हुए राकेश पारीक ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की जमकर प्रशंसा की। पारीक ने कहा कि खून देना तो मामूली बात है मैं पायलट साहब के लिए अपनी चमड़ी भी दे सकता हंू। मैं उस बाप की औलाद नहीं जो अहसानों को भूल जाऊ। आज मैं जो कुछ भी हंू उसकी देन सचिन पायलट ही है। सचिन पायलट राजस्थान के वो नेता है जिन की एक झलक पाने के लिए बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक उत्सुक रहता है। पायलट राजस्थान की शान है। राजस्थान के कार्यकर्ता पायलट को अपने नेता के तौर पर देखते हैं। पायलट में नेतृत्व करने की क्षमता है। विधायक पारीक ने जब यह बात कही तब गुर्जर समुदाय के लोगों ने जबरदस्त उत्साह देखा गया। पायलट भी गुर्जर समुदाय के ही ताल्लुक रखते हैं। भले ही आज पायलट के पास कोई पद न हो लेकिन गुर्जर समुदाय में पायलट की जबरदस्त लोकप्रियता है। इस लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का एक भी गुर्जर उम्मीदवार विधायक नहीं बन सका, जबकि कांग्रेस के 12 उम्मीदवार विधायक बने। तब गुर्जर समुदाय को पायलट के मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद थी। लेकिन कांग्रेस आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री न बनाए जाने पर गुर्जर समुदाय में नाराजगी भी देखी गई। राकेश पारीक को मसूदा से कांग्रेस का उम्मीदवार बनवाने में पायलट की सक्रिय भूमिका रही। यही वजह रही कि जब जुलाई 2020 में सचिन पायलट कांग्रेस के 18 विधायकों को लेकर दिल्ली गई, जब उनमें राकेश पारीक भी शामिल थे। मौजूदा समय में पायलट के कोटे से ही राकेश पारीक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भी है। पायलट जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब राकेश पारीक को सेवादल का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। हालांकि पायलट को हटाए जाने पर पारीक को भी सेवादल के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।