बीकानेर, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि प्रत्येक उपखंड अधिकारी संपर्क पोर्टल पर अपने अपने क्षेत्र से संबंधित दर्ज और निस्तारित प्रकरणों की नियमित समीक्षा करें। कोई भी प्रकरण बेवजह लंबित नहीं रहे, यह सुनिश्चित किया जाए।
जिला कलेक्टर बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में संपर्क पोर्टल के प्रकरणों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिले के उपखंड स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक उपखंड अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके अधीनस्थ किसी भी विभाग में संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरण निर्धारित समय अवधि के बाद लंबित नहीं रहें। यदि ऐसा होता है, तो संबंधित कार्मिक के विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है कि वे अपने विभागीय प्रकरणों की नियमित समीक्षा करें। इन प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण करते हुए आमजन को राहत पहुंचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसमें किसी भी स्तर पर कोताही असहनीय होगी। उन्होंने कहा कि प्रकरणों में दिए गए जवाब के प्रति संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे, इसके मद्देनजर यह सुनिश्चित किया जाए कि जवाब सटीक और तथ्यपरक हों। उन्होंने कहा कि प्रकरणों के निस्तारण में परिवादी का संतुष्टि स्तर भी महत्वपूर्ण है। इसका भी ध्यान रखा जाए। उन्होंने सरकार स्तर पर लंबित प्रकरणों के निस्तारण के लिए उच्च अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने सबसे अधिक शिकायतें पंजीकृत होने वाले, सबसे अधिक लंबित तथा प्रकरण निस्तारित करने वाले विभागों के प्रकरणों की समीक्षा की। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के., नगर निगम आयुक्त पंकज शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव नरेंद्र सिंह पुरोहित, सहायक निदेशक (लोक सेवाएं) सवीना विश्नोई, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।