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बीकानेर, लालगढ पैलेस के दरबार हॉल मे महाराजा डॉ. करणीसिंहजी मैमोरियल लैक्चर सम्पन्न हुआ। महाराजा डॉ करणीसिंह की जन्म शताब्दि के अवसर पर इस आयोजन में जोधपुर के महाराजा  गजसिंहजी मुख्य अतिथि के रुप तथा महाराजा गंगासिंहजी विश्वविधालय के कुलपति आचार्य मनोज दिक्षित मुख्य वक्ता के रुप में शामिल हुए।

आचार्य मनोज दिक्षित ने इस अवसर पर महाराजा डॉ करणीसिंह जी महाराजा, सांसद, फोटोग्राफर, जनहितैषि समाजसेवी होने के साथ साथ एक कुशल अन्र्तराष्ट्रीय निशानेबाज होने की उपलब्धियों का वर्णन करते हुए खेल में उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहन की।

महाराजा गंगासिंहजी विश्वविधालय की तरफ से करणीसिंह जी के नाम पर

विश्वविधालय परिसर में स्पोर्टस कॉम्पलेक्स व स्पोर्टस अवार्ड की घोषणा आचार्य दिक्षित ने कहा कि चूंकि महाराजा डॉ करणीसिंहजी विश्वविख्यात स्पोर्टसपरसन थे तथा खेलकुद के सर्वोच्य पुरस्कार अर्जुन अवार्ड से नवाजे गए थे तो उनके नाम पर खेल जगत में एक अवार्ड होना उनको सच्ची श्रृद्वांजिल होगी। अतः यह सही समय हैं कि मैं महाराजा गंगासिंहजी विश्वविधालय के तरफ से यह घोषणा करता हूँ कि महाराजा गंगासिंह विश्वविधाल खेलकुद के क्षेत्र में प्रतिवर्ष श्रेष्ठ खिलाडियों को महाराजा डॉ करणी सिंह अवार्ड देने का निर्णय करता हैं। साथ ही यह भी घोषणा की कि विश्वविधालय परिसर में महाराजा डॉ करणीसिंहजी सपोर्टस कॉम्पलैक्स का भी नामकरण किया जायेगा।

आचार्य मनोज की दिक्षित की उक्त घोषणाओं की टूस्ट की अध्यक्षा प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी जी, महाराजा श्री गजसिंहजी ने तथा उपस्थित गणमान्य लोगों ने

डॉ करणीसिंहजी के नाम पर डाक टिकट की मांग आचार्य श्री मनोज जी दिक्षित ने महाराजा डॉ करणीसिंहजी के राजनैतिक व खेल उपलब्धियों को देखते हुए कहा कि महाराजा डॉ करणीसिंहजी के नाम पर एक डाक टिकट जारी होना चाहिए। आचार्य दिक्षित ने आग्रह किया कि इस सन्दर्भ में द्वारा सरकार के समक्ष उक्त डाक टिकट के लिए मांग की जानी चाहिए। टूस्ट

आयोजन के मुख्य अतिथि जोधपुर के महाराजा  गजसिंहजी ने कहा कि उनके पिता व महाराजा डॉ करणीसिंहजी ने एक साथ राजनैतिक जीवन प्रारम्भ किया परन्तु दुर्भायवश उनके पिताजी दुर्घटना में देहान्त हो गया तथा महाराजा डॉ करणीसिंहजी ने लगातार स्वतंत्र तौर पर पॉच बार सांसद रहकर बीकानेर संभाग का हर क्षेत्र में विकास कर जनता की सेवा की।

टूस्ट की अध्यक्षा प्रिंसेस राज्यश्री कुमारजी ने अपने पिता के जीवनकाल के संस्करणों का उल्लेख करते हुए कहा कि वे उच्च कोटी के निशानेबाज थे तथा मेरे लिए यह गर्व का विषय हैं कि मैंने उनकी देखरेख में शुटिंग स्पोर्टस में कई उपलब्धियों हासिल की तथा हम पिता-पुत्री को अर्जुन अवार्ड मिला। साथ ही प्रिंसेस राज्यश्री कुमारी जी ने कहा कि मैं उस महान आत्मा को नमन करती हूँ तथा आचार्य मनोजजी दिक्षित तथा जोधपुर महाराजा साहब, मिडियाँ प्रतिनिधियों तथा उपस्थित गणमान्य महानुभावों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ कि वे अपना कीमती समय निकालर महाराजा डॉ करणीसिंहजी के जन्मशाताब्दि दिवस पर पधारे।

 

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