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बीकानेर,पंडित गिरधारी सुरा पुरोहित के अनुसार
माघ महीने की पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माघ पूर्णिमा के दिन किए गए स्नान, पूजा-पाठ और दान-पुण्य का विशेष फल प्राप्त होता है इस दिन समस्त देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं और गंगा में स्नान करते हैं. इसीलिए इस दिन गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने का विधान है. इस दिन रवि पुष्‍य योग भी बन रहा है जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।माघ मास में गंगा स्नान का विशेष महत्व है। अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो घर में ही नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल और तिल डालकर स्नान करना चाहिए !  माघी पूर्णिमा पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी के संगम स्थल प्रयाग में पवित्र स्नान, दान करने जैसे कुछ अनुष्ठान करते हैं। माघ के दौरान लोग पूरे महीने सुबह गंगा या यमुना में स्नान करते हैं।  ऐसा माना जाता है कि इस दौरान किए गए सभी दान कार्य आसानी से फलित होते हैं। माघ पूर्णिमा के दिन चंद्र देव के साथ-साथ मां लक्ष्मी की आराधना करना शुभ माना जाता है। पंडित गिरधारी सुरा पुरोहित के अनुसार
माघ पूर्णिमा पर करें ये खास उपाय
1. माघ पूर्णिमा के दिन श्री सूक्त का पाठ, कनकधारा स्त्रोत और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है !!
2.माघ पूर्णिमा के दिन स्नान व ध्यान के बाद गीता का पाठ करना चाहिए।
3. भगवान विष्णु या शिव को खीर का भोग लगाए ऐसा करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और भाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही कुंडली में ग्रह दूष भी दूर होते हैं।
4.पूर्णिमा की रात को चंद्रमा को अर्ध्य दें।
5.माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद चावल, सफेद वस्त्र, खीर, दूध और सफेद फूल आदि का दान करें. क्योंकि ये सभी चीजें चंद्रमा से जुड़ी हुई वस्तुएं हैं. इससे अगर आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर होगी, तो वह स्थिर हो जाएगी.
6.सभी कस्टो के निवारण हेतु पवित्र नदियों मे या किसी मंदिर मे दीपदान जरूर करे !
7. घर मे हवन जरूर करे

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