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बीकानेर,हनी ट्रैप जैसे घिनौने अपराध का ऐसा ही एक खतरनाक मामला आया है जामसर पुलिस की गिरफ्त में जामसर थानाधिकारी रवि कुमार मीणा मय टीम ने हनी ट्रैप व अपहरण जैसे खतरनाक अपराधों को अंजाम देने वाले पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर जामसर निवासी फूसाराम पुत्र बुलाकी राम माली की जान बचाई है। आरोपियों की पहचान वार्ड नंबर 6, प्रेमनगर, अनूपगढ़ निवासी 45 वर्षीय परमजीत सिंह पुत्र दलजीत सिंह, सहलवाली, टिब्बी, हनुमानगढ़ निवासी 45 वर्षीय नरेंद्र कौर पत्नी लखासिंह जट-सिख, गुरूसहाय, फिरोजपुर, पंजाब निवासी 26 वर्षीय भूपेंद्र सिंह पुत्र सुखमुंदिर सिंह, कुंडल, अबोहर पंजाब निवासी 30 वर्षीय चुन्नीलाल पुत्र जगीर सिंह व गमेवाला, ममझोड़ फिरोजपुर निवासी 60 वर्षीय बलदेव सिंह पुत्र नन्द सिंह मजबी सिख के रूप में हुई है।

रवि कुमार के अनुसार फूसाराम 27 मार्च को सुबह सात बजे लूणकरणसर जाने का कहकर घर से निकला था, जो शाम को घर नहीं लौटा। फूसाराम के भाई लालुराम ने फोन किए तो फोन बंद आया। बाद में 28 मार्च सुबह पौने आठ बजे फूसाराम का फोन आया। उसने बताया कि वह पंजाब में कोई लड़की देखने आया था, जहां चार पांच बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया है। बदमाशों ने किसी महिला के साथ जबरदस्ती उसका गंदा वीडियो बना लिया है। आरोपी चार लाख रूपए की मांग कर रहे हैं। इस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 342, 365, 387 व 389 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

ऐसे आए पकड़ में- बदमाशों द्वारा मांगी गई फिरौती देने के लिए फूसाराम का भाई तैयार हो गया, लेकिन पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर नहीं हुए। इस पर किसी अन्य जानकार व्यक्ति ने पुलिस को सूचना करने की बात कही। गिरोह द्वारा फोन कॉल फूसाराम के फोन से ही किए जा रहे थे। पुलिस ने बैंक अकाउंट की पासबुक भेजने के बहाने गिरोह के एक सदस्य के नंबर हासिल किए। जानकारी जुटाकर पुलिस टीमों के साथ फूसाराम के भाई को साथ भेजा गया। नहर के पास मिलना तय हुआ, लेकिन गिरोह को बातचीत से पुलिस होने का शक हो गया। वे फूसाराम को नहर में फेंकने वाले ही थे कि पुलिस गाड़ी तक पहुंच गई।

पुलिस के अनुसार बदमाशों ने फूसाराम के हाथ पैर बांध रखे थे। उन्होंने पैसे ना मिलने पर नहर में फेंककर पाकिस्तान पहुंचाने की धमकी दे रखी थी।

ऐसे देते है वारदात को अंजाम- रवि कुमार के अनुसार इस गिरोह में अब तक पांच सदस्यीय सामने आए हैं। पांचों पर चार दिन का पुलिस रिमांड लेकर जांच शुरू की है। अब तक सामने आया है कि गिरोह बड़ी उम्र के अविवाहित लड़कों को टारगेट करता है। विवाह करवाने के बहाने बुलवाता है। बाद में मारपीट कर जबरदस्ती अश्लील फिल्म शूट की जाती है। फिर इसी वीडियो के सहारे बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर फिरौती मांगी जाती है। इस दौरान पीड़ित को बंधक बनाकर रखा जाता है।

पुलिस के अनुसार बदमाशों ने फूसाराम के साथ काफी मारपीट की। मारपीट कर महिला के साथ अश्लील वीडियो बनाया। गिरोह में हर सदस्य का काम बंटा हुआ है। इनमें एक कैमरामैन भी है। यह गिरोह इतना शातिर और खतरनाक है कि योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देता है। पुलिस अब पकड़े गए आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है। बता दें कि शादी के नाम पर ठगी की वारदातें आए दिन सामने आती है। इस गिरोह द्वारा भी बड़ी संख्या में शादी के नाम पर हनी ट्रैप व अपहरण की वारदातें की हुई हो सकती है।

एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में कार्रवाई करने वाली थानाधिकारी रवि कुमार मय टीम में हैड कांस्टेबल विनोद 82, कांस्टेबल राजेश साध 1233, जितेन्द्र कुमार 514, ममता 865 व रामनिवास 1394 शामिल थे।

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