बीकानेर। देशनोक में करणी माता मंदिर 7 से 13 अक्टूबर तक बंद रहने के बाद आज दर्शनार्थियों के लिए खुल गया। कोरोना गाइड लाइन की पालना को लेकर नवरात्रा में मंदिर बंद किया गया था पर दर्शनार्थियों को एलईडी टीवी पर दर्शन लाभ मिला वहीं लोग घरों से यूट्यूब के माधयम से ऑनलाइन दर्शन कर माँ की पूजा की। अब मंदिर के द्वार खुलने पर दर्शनार्थियों का सैलाब उमड़ा है। मंदिर खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं ने कोरोना एडवाइजरी की पालना करते हुए मां करणी के दर्शन कर कोरोना महामारी के खात्मे के लिए प्रार्थना की। चेहरे पर मास्क लगाकर, हाथो को सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेंस की पालना के साथ दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश दिया गया।
Trending Now
- आरएएस अधिकारी प्रियंका बिश्नोई की ईलाज में वसुंधरा हॉस्पीटल द्वारा लापरवाही बरतने से हुए देहावसान की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग,बिहारी बिश्नोई
- भारतीय किसान संघ का जिला सम्मेलन राठौड़ अध्यक्ष और सीगड़ मंत्री मनोनित
- शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रतिनिधिमंडल नें की राज्यपाल हरीभाऊ किशनराव बागडे से शिष्टाचार भेंटवार्ता
- ग्यारवीं कूडो जिला स्तरीय चैंपियनशिप व कैंप का आगाज
- युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध करवाएगा रोटरी क्लब
- केंद्रीय क़ानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के प्रयास से एयरपोर्ट के विकास और विस्तार में आएगी तेजी
- महामहिम हरिभाऊ साहब पूरे प्रदेश के विश्व विद्यालयों के मानक अधूरे
- अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल कोच स्व.विक्रम सिंह शेखावत स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता का समापन,राजस्थान पुलिस ब्लू और स्पोर्ट्स स्कूल चैंपियन
- राम रहीम के बाद आसाराम को मिली 7 दिन की आजादी,जोधपुर हाई कोर्ट ने दी पैरोल
- वेटरनरी विश्वविद्यालय में,स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों हेतु बैठक आयोजित कुलपति आचार्य दीक्षित ने ली बैठक
- बीकानेर में आयोजित होगा सुशासन के 100 वर्ष समारोह,देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करने वाली 100 प्रतिभाओं का होगा सम्मान
- बालसंत द्वारा पर्यावरण संरक्षण के तहत वर्ल्ड रिकॉर्ड्स बनाते हुए 6 साल में निरंतर अब तक कुल 5 पांच लाख पोंधे किये वितरण
- दो युवा करण विजय उपाध्याय ओर निलेश राजेंद्र पारीक ने गोशाला में 14 क्विंटल गो प्रसादी कर मनाया अपना जन्मदिन गोभक्तो ने की प्रशंसा
- धूमावती माताओं के चेहरे पर मुस्कान लाना ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य,पचीसिया
- बालजी स्वीट्स का हुआ उद्धघाटन,मुख्य अतिथि के रूप में पचीसिया रहे उपस्थित