बीकानेर, श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के तत्वावधान में कार्तिक पूर्णिमा 27 नवम्बर सोमवार को भुजिया बाजार के प्राचीन चिंतामणि जैन मंदिर से भगवान महावीर की सवारी निकलेगी। मंदिर में सुबह सात बजे स्नात्र पूजा, सवा आठ बजे ध्वजारोहण, शाम को 108 दीपों की आरती होगी।
श्री चिंतामणि जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारीवाल ने बताया कि ट्रस्ट के मंत्री चन्द्र पारख, प्रत्येक रविवार को विभिन्न जिनालयों में बाल वाटिका के बच्चों व उनके अभिभावकों से स्नात्र पूजा के लिए प्रेरित करने वाले पवन पारख, ज्ञान सेठिया व कनिका बोथरा के नेतृत्व में स्नात्र पूजा की जाएगी।
धारीवाल ने बताया कि जैन समाज के विभिन्न मोहल्लों व चौक से होते हुए भगवान महावीर की सवारी गोगागेट स्थित गौड़ी पार्श्वनाथ पहुंचेगी। सवारी का पड़ाव 27 व 28 नवम्बर को गौड़ी पार्श्वनाथ में रहेगा। बुधवार 29 नवम्बर को सुबह गौड़ी पार्श्वनाथ से सवारी पुनः रवाना होकर विभिन्न जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए आरंभिक स्थल पर पहुंचकर संपन्न होगी। शोभायात्रा में विभिन्न भजन मंडलियां लोक व फिल्मी गीतों की तर्ज पर आधारित भक्ति गीत पेंश करेंगी। चांदी की भगवान की चांदी की पालकी, कल्पवृक्ष, भगवान महावीर के आदर्शों से संबंधित तेल चित्र शामिल होंगे।
चातुर्मास का समापन
बीकानेर में जैन मुनि व साध्वी वृंद के चातुर्मास का समापन चतुर्दशी यानि 26 नवम्बर को होगा। मुनि व साध्वी वृंद कार्तिक पूर्णिमा के दिन 27 नवम्बर को स्थान परिवर्तन करेंगे। हिन्दुस्तान में बीकानेर व कोलकाता में ही कार्तिक पूर्णिमा पर भगवान की सवारी निकलती है।