बीकानेर, स्थानीय नालन्दा पब्लिक सी.सै. स्कूल बीकानेर में वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार एवं हैण्डीक्राफ्ट सर्विस सेन्टर जोधपुर के संयुक्त तत्वाधान से शिल्प प्रर्दशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रदर्शन कार्यक्रम में समापन समारोह के मुख्य अतिथि श्री ईश्वर चंद, हस्तशिल्प प्रोत्साहन अधिकारी, (हस्तशिल्प), जोधपुर, राजेश रंगा प्राचार्य, धर्मेन्द्र छंगाणी (निदेशक) जय भैरव वेल फेयर संस्थान के सानिध्य में सम्पन्न किया गया। निदेशक धर्मेन्द्र छंगाणी ने बताया कि इस कार्यक्रम में विभिन्न कॉलेजों, स्कूलों में अध्ययनरत प्रशिक्षणार्थियों एवं विभिन्न क्राफ्ट से जुडे कारीगरों ने इस प्रदर्शन कार्यक्रम में समय-समय पर भाग लिया। ईश्वर चंद, हस्तशिल्प प्रोत्साहन अधिकारी (हस्तशिल्प) ने बताया कि जीवन में अपने हुनर से अपनी पहचान बनती है, जिसका क्राफ्ट में हुनर होगा वह अपना स्वरोजगार स्थापित कर सकेगा एवं अपना आर्थिक जीवन के साथ-साथ सामाजिक जीवन में भी अपनी भूमिका प्रदान करेगा। आर्टीजनों ने अपने क्राफ्ट का लाइव डेमोस्ट्रेशन किया। इसके साथ ही विभिन्न कामगारों द्वारा अपने-अपने क्राफ्ट का विस्तृत रूप ज्ञान दिया। समापन के दौरान कार्यक्रम में भाग लेने वाले कृष्णचंद पुरोहित (विश्व रिकॉर्ड होल्डर साफा-पाग पगड़ी विशेषज्ञ), रवि उपाध्याय, चंदन सैन, मंशा रावत के प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया।
राजेश रंगा ने बताया कि शिल्प प्रदर्शन कार्यक्रम बालिकाओं का सर्वाधिक रूझान शानदार रहा। इसके साथ ही हैण्डी क्राफ्ट सर्विस सेंटर जोधपुर एवं वस्त्र मंत्रालय द्वारा शिल्प प्रदर्शन कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनमोहन पालीवाल ने किया।
शिल्प कलाकार व विश्व रिकॉर्ड होल्डर साफा, पाग, पगड़ी विशेषज्ञ कृष्णचंद पुरोहित ने बताया कि कलाकार बनने के लिए शौख होना चाहिए और शौख के साथ जुनून होना चाहिए। जुनून के साथ इसके लिए प्रोफेशनल बनना चाहिए। इन्होंने अपनी कला संस्कृति के बारे में बताया और पगडियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर शगुन दैया, हरिनारायण आचार्य, मोहित पुरोहित, आशीष रंगा, कार्तिक मोदी, भवानी सिंह, अशोक शर्मा, आदि उपस्थित थे।