बीकानेर,कृषि विभाग एवं इफको राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में माटी परियोजना चयनित गाँव गोपल्याण के प्रगतिशील किसान रामकरण शर्मा के खेत में बुधवार को ड्रोन द्वारा इफको नैनो यूरिया के छिड़काव का सजीव प्रदर्शन किया गया।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद के मार्गदर्शन में कृषि नवाचार ‘माटी’ प्रोजेक्ट के तहत चयनित 25 गांव में से एक गांव गोपल्यान का चयन कर कृषि कार्यों में ड्रोन तकनीकी का सजीव प्रर्दशन कृषि विभाग द्वारा आयोजित करवाया गया।
कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के निर्देशानुसार पूरे राजस्थान में बुधवार को एक साथ कृषि कार्यों में ड्रोन तकनीकी का सजीव प्रर्दशन आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संयुक्त निदेशक, कृषि (विस्तार) कैलाश चौधरी ने बताया कि पौधे द्वारा परंपरागत केवल 30 प्रतिशत यूरिया ही अवशोषित की जाती है। बाकी 70 प्रतिशत खराब हो जाती है। यह भूजल, पर्यावरण एवं भूमि को प्रदूषित करता है, जिसका मानव स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए भारतीय वैज्ञानिक डॉ. रमेश रलिया द्वारा नई तकनीकी युक्त नैनो यूरिया विकसित किया गया। नैनो यूरिया की उपयोग दक्षता 80 से 90 प्रतिशत होने से यह दानेदार यूरिया की अपेक्षा ज्यादा असरदार होती है। साथ ही नैनो यूरिया पर्यावरण हितेषी है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. भैराराम गोदारा द्वारा किसानों को परंपरागत कृषि से उभरकर नई तकनीकी को अपनाने का आह्वान किया गया। कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने ‘माटी’ अभियान के बारे में बताया एवं कृषि विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
इफको बीकानेर के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय सिंह लाम्बा ने नैनो यूरिया के महत्व को बताते हुये नैनो यूरिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दानेदार यूरिया का प्रयोग कम कर इफको नैनो यूरिया के प्रयोग को बढ़ाने के लिए फसलों में यूरिया की मात्रा आधा करके पहले पानी के 15 से 20 दिन बाद दानेदार यूरिया की जगह इफको नैनो यूरिया तरल का 2-4 मिली प्रति लीटर पानी में स्प्रे कर प्रयोग करें। इससे जल, मृदा एवं पर्यावरण को बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि नैनो यूरिया का प्रयोग सागरिका तरल, जल विलेय उर्वरकों व कृषि रसायन के साथ मिलाकर भी किया जा सकता है।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत गोपल्याण सरपंच सुल्तान जाखड़, नाथवाना सरपंच त्रिलोक दास स्वामी, भाढ़ेरा सरपंच शोपत सुथार, पंचायत समिति सदस्य महेन्द्र सारस्वत, इफको एमसी के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी विजयपाल सिंह, एटीसी के उपनिदेशक के के सिंह सहित सहायक कृषि अधिकारी मामराज, अब्दुल अमीन, कालूराम, इमीलाल, गंगराज के साथ लगभग 500 किसानों व 200 से अधिक कृषि विद्यार्थियों को गेहूं की फसल में ड्रोन द्वारा नैनो यूरिया का छिड़काव कर प्रदर्शन दिखाया गया। कार्यक्रम का संचालन कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने किया।