बीकानेर,राजस्थान की पश्चिमी सरहद पर भी बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए खाजूवाला का चयन किया है। पंजाब में अटारी और वाधा की संयुक्त सीमा पर होने वाले रिट्रीट समारोह के सीन को रीक्रिएट कर दर्शकों को दिखाया जाएगा। फर्क सिर्फ इतना ही होगा, अटारी में सामने पाक रेंजर्स होते हैं, लेकिन यहां हमारी बीएसएफ के जवान ही होगे जो इस समारोह के माध्यम से युवाओं के दिलों में देश भक्ति जोश और जज्बा पैदा करेंगे।
खाजूवाला में बीएसएफ को 114 बटालियन है। उसके सामने करीब 22 बीघा जमीन खाली पड़ी है। इसमें से 15 बीघा पर केंद्रीय विद्यालय बनेगा। शेष जमीन में से पांच बीघा को रिट्रीट समारोह के लिए तैयार किया जाएगा। बीएसएफ डीआईजी और खाजूवाला बिडीओ के बीच इस संबंध में मीटिंग हो चुकी है। समारोह सिर्फ रविवार के दिन को होगा ताकि छुट्टी के दिन होने के कारण बच्चे परिचार सहित देख सकेंगे।
भारत-पाक की चौकियां देखने के लिए लगेगी बिग स्क्रीन
बीटिंग रिट्रीट समारोह के दौरान दर्शकों को भारत-पाक को सीमा चौकियां दिखाने के लिए बिग स्क्रीन लगाई जाएगी। इस स्क्रीन पर सीमा पर पाक चौकियों पर रेंजर्स की गतिविधियों को लोग देख सकेंगे। इसे लाइव करने का प्रयास किए जा रहे हैं।
रिट्रीट समारोह करने वाला राजस्थान का पहला बॉर्डर
खाजूवाला में बॉटिंग रिट्रीट समारोह शुरू होने के बाद परिचमी सरहद के चार जिलों में से बीकानेर पहला होगा जहाँ बॉर्डर टूरिज्म को विकसित करने की दिशा में साचू के बाद दूसरा बड़ा काम होगा। सीमा दर्शन के तहत साचू को डवलप किया जा चुका है। बॉर्डर देखने के लिए व्यू -पॉइंट बनाया गया है। अब यहां वार ट्रॉफी के रूप में दो टैक आने हैं। साचु सामरिक महत्त्व है। वहा भारत- पाक के दो युद्ध लड़ गए है।
दो सीमा चौकियों पर जा सकेंगे लोग
खाजूवाला के करीब 20 किमी दूर भारतीय सीमा चौकी हिमगिरी और कोडेवाला को जनता के लिए खोलने की योजना है। बीकानेर से खाजूवाला की दूरी 120 किलोमीटर है। बीकानेर से लोग दिन में इन चौकियों पर भ्रमण कर सकेगे और शाम होने पर रिट्रीट समारोह का लुत्फ उठा सकेंगे। उसके बाद ने अपने घर लौट सकेंगे। यहां बता दें बीएसएफ की हिमगिरि और कोडेवला पोस्ट को काफी विकसित किया गया है। आम तौर पर वीआईपी विजिट इन्हीं पर होती है। खास बात ये है कि गृहमंत्री भी कोडेवाला चौकी की तारीफ कर चुके हैं। उनके समक्ष इसका प्रटेशन दिया गया था।
देश में केवल अटारी बॉर्डर पर होती है.रिट्रीट सेरेमनी
देश में केवल अटारी बॉर्डर पर ही बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी सालों से हो रही है। अमृतसर से 26 किलोमीटर दूर अटारी के सामने पाकिस्तान की बाधा पोस्ट है। बीएसएफ के जवान और पाक रेंजर रोजाना संयुक्त परेड कर राष्ट्रीय ध्वज को सम्मानपूर्वक उतारने की रस्म अदा करते हैं। इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं। कोरोना के कारण फिलहाल टूरीसिट का प्रवेश बंद है।
अटारी की तर्ज पर खाजूवाला में भी रिट्रीट समारोह किया जाएगा ड्रिल के लिए जवानों को तैयार किया जा रहा है। हर रविवार को यह समारोह होगा। लोग बीकानेर से देखने आ सकेंगे। इससे बच्चों और युवाओं में देश भक्ति की भावना का बढ़ावा मिलेगा। खाजूवाला पंचायत को टेर्क तैयार करने के लिए जल्दी ही एनओसी दे दी जाएगी।
पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, डीआईजी बीएसएफ
बीएसएफ ने अपनी ही जमीन पर रिट्रीट समारोह करने की है। देश हित का काम है। इसके लिए पूरा सहयोग किया जाएगा। डीआईजी से इस संबंध में चर्चा हो चुकी है।
राजेंद्र जोईया बिडियो खाजूवाला