बीकानेर,LIC Stock Price: इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी (LIC) के शेयरों में आज यानी 13 जून को फिर बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आज शेयर में लगातार 10वें दिन गिरावट है और यह टूटकर 682 रुपये के भाव पर आ गया. शुक्रवार को शेयर 710 रुपये पर बंद हुआ था. शेयर में लिस्टिंग के बाद से ही गिरावट बनी हुई है और यह रोज के रोज रिकॉर्ड लो बना रहा है. अब शेयर अब अपने इश्यू प्राइस यानी आईपीओ के भाव से 28 फीसदी कमजोर होकर ट्रेड कर रहा है. आज निवेशकों को शेयर में बड़ी गिरावट की आशंका इसलिए भी बनी है क्योंकि एंकर निवेशकों के लिए 30 दिनों का लॉक इन पीरियड खत्म खत्म हो रहा है. जिसके बाद वे शेयर बेच सकेंगे.
एंकर निवेशक बेच सकेंगे शेयर
एंकर निवेशकों के लिए 30 दिनों का लॉक इन पीरियड आज यानी 13 जून को खत्म हो रहा है. अब अब वे भी अपने शेयर बेच सकेंगे. आशंका यह है कि एंकर निवेशकों के लिए लॉकइन पीरियड खत्म होने के बाद शेयर में गिरावट और बढ़ेगी. आज इसी डर में शेयर में बड़ी गिरावट आई है. शेयर 700 रुपये के भी नीचे चला गया और 682 रुपये का रिकॉर्ड लो बनाया. बता दें कि आईपीओ के पहले एंकर निवेशकों ने एलआईसी के 5.93 करोड़ शेयर 949 रुपये के भाव में खरीदे थे. इनमें अधिकांश म्यूचुअल फंड थे, जिन्हें शेयर में अच्छा खासा घाटा हो रहा है.
निवेशकों के 1.66 लाख करोड़ डूबे
शेयर में निवेशकों को लगातार नुकसान हो रहा है और लिस्टिंग के बाद से उन्हें 1.66 लाख करोड़ का झटका लग चुका है. LIC का मार्केट कैप आज के कारोबार में घटकर 4.34 लाख करोड़ रह गया है. बीते हफ्ते शुक्रवार को यह 4.50 लाख करोड़, बुधवार को यह 4.68 लाख करोड़ और मंगलवार को यह 4.76 लाख करोड़ के आस पास बंद हुआ था. यानी इसमें लगातार कमी आ रही है. वहीं आईपीओ के दौरान कंपनी का वैल्युएशन 6 लाख करोड़ आंका गया था. इस लिहाज से अबतक LIC के निवेशकों को 1.64 लाख करोड़ का झटका लग चुका है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Swastika Investmart Ltd. के रिसर्च हेड, संतोष मीना का कहना है कि LIC के शेयरों में गिरावट मौजूदा भाव से निवेश का मौका है. लंबी अवधि में शेयर के साथ चिंता नहीं दिख रही है. वैसे भी इंश्योरेंस एक लॉन्ग टर्म बिजनेस है, इसलिए वेल्थ डेवलपमेंट और कंपाउंडिंग का फायदा समय के साथ मिलेगा. 30 दिन का एंकर निवेशक की लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद आज पहले दिन इसमें ट्रेडिंग हो रही है. आज शेयर में गिरावट इसके लिए मजबूत सपोर्ट लेवल बन सकता है. एलआईसी के फंडामेंटज मजबूत हैं और गिरावट पर खरीदारी करने का यह अच्छा समय है. उनका कहना है कि भारत में इंश्योरेंस सेक्टर में भारी ग्रोथ की संभावनाएं बहुत ज्यादा हैं. आबादी के हिसाब से अभी भी बहुत कम लोगों के पास इंश्योरेंस प्रोडक्ट हैं. ऐसे में सेक्टर ग्रोथ का फायदा कंपनी को मिलेगा.
हालांकि LIC के साथ चिंता यह है कि यह प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों के लिए बाजार हिस्सेदारी खो रहा है. प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों की तुलना में कंपनी की प्रॉफिटेबिलिटी कम है, वहीं रेवेन्यू ग्रोथ भी सुस्त है. कम VNB मार्जिन और शॉर्ट टर्म परसिस्टेंसी रेश्यो भी चिंता वाली बात हैं.