बीकानेर। बीकानेर जिले में अधिकतर दुकानदार ऐसे हैं जिन्होंने महंगी बोली लगाकर दुकानें तो ले ली, लेकिन आबकारी महकमे के टारगेट मुताबिक शराब नहीं बेच सके। ऐसे 17 दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। साथ ही 100 दुकानदार ऐसे हैं जिन पर आठ करोड़ रुपए बकाया हैं।
सरकार ने पिछले साल अपनी पॉलिसी बदलकर शराब की दुकानों की लॉटरी निकालने की बजाय ऑक्शन किया था। व्यावसायियों ने महंगी बोली लगाकर दुकानें तो ले लीं, लेकिन आबकारी महकमे के टारगेट के मुताबिक शराब लेकर बेच नहीं सके।
विभाग ने प्रत्येक दुकानदार के लिए शराब का उठाव तय कर रखा है। शराब नहीं उठाने से दुकानदारों पर बकाया राशि बढ़ती गई। रकम जमा नहीं करवाने पर 17 का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। जिले में शराब की 226 दुकाने हैं। इनमें से वर्तमान में करीब 100 दुकानदारों पर आठ करोड़ रुपए बकाया है। इन्हें 28 फरवरी तक पैनल्टी जमा करवानी होगी, नहीं तो हाल ही में घोषित नई पॉलिसी में उनकी दुकानों का नवीनीकरण नहीं होगा।
सैकंड क्वार्टर में 181 दुकानों और थर्ड क्वार्टर में 37 दुकानों पर पैनल्टी लगाई गई थी। जमा नहीं करवाने वाले दुकानदारों के लाइसेंस निरस्त किए गए। ऐसे और भी दुकानदारों की लिस्ट तैयार है। बकायेदारों को पैनल्टी जमा करवाने के लिए 28 फरवरी तक का टाइम दिया गया है। – भवानीसिंह राठौड़, आबकारी अधिकारी