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बीकानेर,राजस्थान सरकार का 10 जुलाई को बजट प्रस्तावित है। बीकानेर जिले की सात विधानसभाओं में नोखा को छोड़कर बाकी छह पर सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के विधायक है। इनमें लूणकरणसर विधायक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री है। सिद्धि कुमारी चौथी बार जीती सबसे वरिष्ठ विधायक है। खाजूवाला विधायक डा. विश्वनाथ भी बीकानेर से वरिष्ठ नेता है। श्रीकोलायत से अंशुमान सिंह भाटी भी राजनीति वातावरण में पले बढ़े है। भले ही पहली बार विधायक हो नया कुछ नहीं है। बीकानेर पश्चिम से जेठानंद जरूर पहली बार विधायक हैं उनको काफी कुछ जानना सीखना है। तारा चंद सारस्वत भी राजनीति में मजे हुए खिलाड़ी है। नोखा विधायक के लिए सब कुछ नया है। सत्तारूढ़ पार्टी के छह विधायकों ने बजट प्रावधानों में बीकानेर के विकास के लिए बहुत सारे लंबित मुद्दे मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री को बजट प्रावधानों में शामिल करने के लिए भेजे जाने चाहिए। विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र और बीकानेर समग्र विकास का नए बजट में मुख्य मंत्री और वित्त मंत्री का निम्न बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित कर जिले के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। ये सभी विकास के मुद्दे वर्षों से लंबित और सरकार के स्तर पर समाधान की प्रक्रिया में है। बजट प्रावधानों इन मुद्दों पर प्रस्ताव करके बीकानेर जिले के विकास को गति दी जा सकती है। 1 आधारभूत विकास : वाजिब कीमत पर औद्योगिक और व्यवसायिक उपयोग की भूमि सरकार उपलब्ध करवाएं। बिजली, पानी और सड़क की सुविधा मुहैया करवाएं। 2 औद्योगिक विकास: 1 ड्राइपोर्ट 2 मेगा फूड पार्क राज्य सरकार ने मेगा फूड पार्क की स्वीकृति दे दी है। जिला प्रशासन भूमि अधिग्रहण और अन्य कार्रवाई को तत्परता से आगे बढ़ाया जाए। 3 गैस पाइप लाइन बीकानेर से होकर गैस पाइप लाइन ले जाने के प्रस्ताव पर कार्रवाई हो।, 4 रिंग रोड राज्य सरकार के स्तर पर तत्काल स्वीकृति देकर एक हिस्से का लंबित काम शुरू हो। 5 माइंस को इंडस्ट्री का दर्जा, 6 एक्सपोर्ट हब, 7 टेक्सटाइल पार्क, कपड़ा प्रिटिंग कलस्टर, ज्वेलरी कलस्टर राज्य सरकार तीनों के लिए आधारभूत सुविधाएं दें। इसी तरह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मोठ की खेती को संवर्धित किया जाए। यहां उत्पादित कृषि जिंसों का बीकानेर में ही प्रसंस्करण इकाइयां लगाकर उत्पाद बने। 10 खाद्य प्रसंस्करण: यूनिट लगाने में सरकार सहयोग करें। 11 खाद्य उत्पादों का एक्सपोर्ट के लिए बीकानेर में सर्टिफिकेशन की सुविधा हो। 12 रिको में काम की गति बढ़ाई जाए। 13 खारा उद्योग क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाए। 14 पुरानी माइंस की अवधि 10 वर्ष बढ़ाई जाए। माइंस लीज 4 हेक्टेयर से बढ़ाकर 10 हेक्टेयर की जाए। बीकानेर से 10 हजार टन सिरेमिक्स गुजरात जाता है। 300 रूपए टन की ये क्ले से गुजरात में उत्पाद बनाकर 12 हजार रुपए टन बेची जाती है। ये इंडस्ट्री बीकानेर में लग जाए तो बीकानेर और राजस्थान की सकल आय का आंकड़ा बदल सकता है। जरूरत बीकानेर, श्रीकोलायत, खाजूवाला और लूणकरणसर में आधारभूत संसाधन विकसित करने की है। 3 शिक्षा का हब बने बीकानेर: बीकानेर में चार विश्व विद्यालय, 5 आई सी आर इंस्टीट्यूट, मेडिकल कॉलेज सैकड़ों कोचिंग इंस्टीट्यूट है। फिर भी बीकानेर एज्युकेशन हब नहीं है। इसका कारण शिक्षा के आधारभूत संसाधनों की कमी है। सर्वाधिक कमी शिक्षकों की है। पी टी आई नहीं है, कोच नहीं है लाइब्रेरियन नहीं है। रोजगार आधारित पाठ्यक्रम नहीं है। 45 करोड़ का एमजीएस यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स है परंतु कोच नहीं है। बीकानेर में राजस्थान की एकमात्र स्पोर्ट्स स्कूल है जहां संसाधनों की नितांत कमी है। बीकानेर में एक खेल स्टेडियम और इंडोर स्टेडियम की जरूरत है। समाधान: रिक्त पद भरे और संसाधन बढ़ाएं जाए। 4 कला , साहित्य, संस्कृति,पुरातत्व और पर्यटन : पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऊंट उत्सव की विभिन्न प्रतियोगिता में पुरस्कार की राशि बढ़ाई जाए। ऊंट नृत्य प्रशिक्षकों की सेमिनार रखी जाए। ऊंट राज्य पशु है पर्यटन में उपयोग से ऊंट को संरक्षण मिलेगा। साहित्य संस्कृति अकादमियां भी पुरस्कार की राशि बढ़ाए। कल्चर आर्ट को बाजार से जोड़ें। बीकानेर में साहित्य परिसर का निर्माण हो। साहित्यकार, कलाकार और कलाओं पर डॉक्यूमेंट्री बनाई जाए। पांडुलिपि और दुर्लभ ग्रंथों तक शोधार्थियों की पहुंच बने। साहित्य संस्कृति, कला संरक्षण की आकर्षक योजना बने। लुप्त होती कलाओं को प्रश्रय दिया जाए। नाईट टूरिज्म बढ़े और श्रीकोलायत का पर्यटन स्थल के रूप में विकास हो। कपिल मुनि की स्थली की तरफ पूरे देश का ध्यान आकर्षित हो। मांड गायकी और लोक गायकी को बढ़ावा दिया जाए। समाधान: समिति बनाकर हर बिंदु पर काम किया जाए। 5 स्वास्थ्य सेवाएं: पीबीएम में केंद्रीकृत ओ पी डी ब्लाक बने। अस्पताल में नॉर्म्स के अनुरूप संसाधन दिए जाए। अस्पताल में इमरजेंसी सेवाए एक जगह हो। केंद्रीकृत पार्किंग बने। तीन अधीक्षक, मर्दाना, जनाना और शिशु अस्पताल में लगे। अस्पताल के चारों तरफ हुए अतिक्रमण हटाए जाए । बीकानेर के चारों हाई वे पर सब डिविजनल अस्पताल खुले जहां 24 घंटे सेवाए हो। बीकानेर में एक और मेडिकल कॉलेज और एम्स खुले। अंग प्रत्यारोपण की सुविधा हो। देखना है नए बजट में कोन विधायक बीकानेर जिले के विकास में क्या सक्रियता दिखाते हैं। यह उनकी राजनीति पहचान और प्रतिष्ठा होगी।

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