बीकानेर,आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण (ईईएम) सेल का पहला प्रशिक्षण मंगलवार को रवींद्र रंगमंच पर आयोजित हुआ।
इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए विभिन्न प्रकोष्ठ गठित किए गए हैं। निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण सबसे महत्वपूर्ण प्रकोष्ठ है। इससे जुड़े कार्मिक पूर्व गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों, राजनैतिक दलों तथा समर्थकों द्वारा बैंकिंग लेनदेन द्वारा धन की निकासी और हस्तांतरण पर सजगतापूर्वक कड़ी निगरानी रखी जाएगी, इसके मद्देनजर ईईएम प्रकोष्ठ अपने दायित्वों का पूर्ण गंभीरता से निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि निर्भय एवं निष्पक्ष निर्वाचन हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। इसमें किसी स्तर पर कोताही नहीं हो।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने ईईएम प्रकोष्ठ की भूमिका और दायित्वों के बारे में बताया।
ईईएम सेल प्रभारी अजीत सिंह राजावत ने बताया कि इस दौरान पीपीटी के माध्यम से चुनाव व्यय निगरानी परिचय और कानूनी प्रावधान, चुनाव व्यय निगरानी की संरचना और इसके विभिन्न अंगों के कार्य, व्यय निगरानी में अधिकारियों की भूमिका, चुनाव अभियान पर व्यय की निगरानी, खातों का रखरखाव, प्रत्याशियों द्वारा व्यय, राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव व्यय के खातों का रखरखाव, धन और बाहुबल के दुरुपयोग पर निगरानी, मुख्य सड़कों पर चेक पोस्ट कायम करने, वाहनों की जांच के लिए मानक संचालन प्रक्रियाएं और आयकर विभाग द्वारा निगरानी हेतु आरओ के लिए चेकलिस्ट, समाचार पत्रों, टीवी, पार्टी की वेबसाइट पर उम्मीदवारों द्वारा आवश्यक सूचना प्रकाशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों के बारे में जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में सेल के स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी), फ्लाइंग स्क्वाड (एफएसटी), चुनाव लेखा जांच दल (एटी), चुनाव व्यय मॉनिटरिंग वीडियो निगरानी दल (वीएसटी) तथा वीडियो अवलोकन दल ( वीवीटी), सहायक व्यय प्रेक्षक (एईओ) अधिकारियों ने भाग लिया। निर्वाचन विभाग के स्टेट लेवल मास्टर डॉ वाई.बी माथुर ने वोटर हेल्पलाइन और सी विजिल ऐप सहित अन्य मोबाइल ऐप की प्रक्रिया बताई। कार्यक्रम का संचालन मास्टर ट्रेनर एस. एल. राठी ने किया।
कार्यक्रम में विपिन सैनी, शमिंदर सक्सेना, राधाकिशन सोनी, नवदीप बैंस, राजाराम, गणेश सदारंगानी, विशाल गौड़ ने प्रशिक्षण प्रदान किया।