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उदयपुर,नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने रामायण में बुराई के प्रतीक ‘रावण’ को सिद्धांतवादी की संज्ञा देते हुए कहा ‘रावण ने सीताजी का अपहरण कर कोई बहुत बड़ा गुनाह नहीं किया, क्योंकि लंकेश ने उन्हें छुआ नहीं था। अगर वह छूता तो जुर्म होता।’ कटारिया ने यह बयान गत दिनों चित्तौड़गढ़ जिले के बोहेड़ा में एक कार्यक्रम में दिया था। वल्लभनगर के पूर्व विधायक एवं जनता सेना के संरक्षक रणधीरसिंह भींडर ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि ‘कटारिया न हिंदू हैं और न मेवाड़ी। कटारिया ने रावण को अपना आदर्श मान रखा है, ऐसा लगता है कि कटारियाजी रावण के ही उन्हें भी श्रीलंका भेज देना चाहिए।’ दूसरी तरफ कटारिया के इस विवादित बयान पर विभिन्न समाजों एवं संगठनों

प्रताप पर भी कर चुके हैं टिप्पणी कटारिया इससे पूर्व भगवान श्रीराम और फिर राजसमंद विधानसभा उपचुनाव की सभा में महाराणा प्रताप पर अशोभनीय टिप्पणी कर चुके हैं। प्रताप को लेकर अशोभनीय शब्दों के प्रयोग पर क्षत्रिय सहित विभिन्न समाजों ने जमकर कटारिया के खिलाफ आक्रोश जताया था। बाद में कटारिया ने दो बार माफी भी मांगी थी।

सोशल मीडिया पर चले शब्द बाण

कटारिया जी के अनुसार किसी की भी पत्नी का अपहरण कर लो, बस छूना मत। पुलिस भी कुछ नहीं करेगी, क्योंकि यह जुर्म थोड़ी है। कटारियाजी ने रावण को क्लीन चिट दे दी है भाई, उन्होंने रामायण को ही गलत साबित कर दिया है।अनुयायी हैं, तभी तो भगवान राम, महाराणा प्रताप व हमारे इतिहास को कोसते रहते हैं। आदमी का बोलना ही उसका चरित्र और उसका

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