बीकानेर, जोड़बीड़ में 25 हैक्टेयर क्षेत्र में लव-कुश वाटिका विकसित की जाएगी। इसमें लगभग तीन किलोमीटर लम्बा वाकिंग ट्रेक बनेगा। जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर और सोलर प्लांट बनाया जाएगा तथा पौधारोपण किया जाएगा।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने सोमवार को जिला स्तरीय इको टूरिज्म कमेटी की बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई बजट घोषणा की अनुपालना में यह वाटिका विकसित की जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य जैव सम्पदा को संरक्षित करना है। इसमें वन्य जीवों और पक्षियों को नजदीक से देखा जा सकेगा। लव-कुश वाटिका में स्थानीय जलवायु के अनुरूप पौधारोपण किया जाएगा।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में इको टूरिज्म की संभावनाओं पर कार्य होगा तथा गजनेर, रायसर, दरबारी, कोडमदेसर, करणीसर भाटियान सहित विभिन्न स्थानों में से एक या अधिक साइट्स को इको टूरिज्म साइट्स के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए माइक्रो प्लानिंग करने के निर्देश दिए तथा बताया कि इन स्थानों पर पौधारोपण, घाट निर्माण, अतिक्रमण मुक्त आगोर, आकर्षक झौंपे, शेड्स आदि बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्थान चिन्हीकरण के लिए वन और पर्यटन विभाग के अधिकारियों द्वारा साइट्स की संयुक्त विजिट की जाए।
बैठक के दौरान बीछवाल में बन रहे बीछवाल में बने रहे बॉयोलाजिकल पार्क के निर्माण कार्य में गति लाने, रिड़मलसर क्षेत्र में प्रस्तावित सिटी फोरेस्ट विकसित करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित, उप वन संरक्षक रंगास्वामी ई., उप वन संरक्षक (वन्य जीव) सुनील कुमार गौड़, पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानू प्रताप सिंह, पर्यटन अधिकारी पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।