












बीकानेर,शब्दरंग साहित्य एवं कला संस्थान के तत्वावधान में लोकगायिका राजकुमारी मारू की पुस्तक “निर्गुण आनन्द’ और ‘मोहन मुरारी’ का लोकार्पण किया गया। गंगाशहर रोड स्थित कला मन्दिर में आयोजित लोकार्पण समारोह में श्रीमती राजकुमारी मारू का सम्मान किया गया।
मुख्य अतिथि राजेन्द्र जोशी ने कहा पुस्तको की रचनाएं संगीत साधना और जीवन के अनुभवों से ओत प्रोत है। उन्होंने कहा कि लोकगायिका राजकुमारी मारू ने अपने जीवन काल में लोक जीवन से जो ग्रहण किया उसे पुस्तक के रूप में लोकजीवन को समर्पित किया है। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. अजय जोशी ने कहा कि राजकुमारी मारू की पुस्तके लोक कलाकारों के साथ आम जन के लिए बहुपयोगी सिद्ध होगी। मुख्य वक्ता अशफ़ाक कादरी ने कहा कि मारू की रचनाएं मन के आनंद से साक्षात्कार कराती हैं। उन्होंने कहा कि मारू की संकलित रचनाएं अपने समय का प्रतिनिधित्व करती हैं । विशिष्ट अतिथि ज्ञानेश्वर सोनी ने कहा कि पुस्तक की लोक रचनाएं शहर, गांव ढाणियों में जागरणों, भक्ति संगीत कार्यक्रमो में रात भर जागृत करने रहे हैं ।
लोकार्पित पुस्तक “निर्गुण आनन्द’ पर डॉ. गौरीशंकर प्रजापत पत्रवाचन किया। उन्होंने कहा कि पुस्तक में कबीर, ब्रह्मानंद , गोरखनाथ, रानी रूपादे भानीनाथजी, रैदासजी, मलूकदास सहित संतो की 185 रचनाएं है। उन्होंने कहा कि लोक रचनाएं जीवन मृत्यु दर्शन से ओत प्रोत है। कवियत्री डॉ कृष्णा आचार्य ने “मोहन मुरारी” पर पत्रवाचन किया। उन्होंने कहा कि पुस्तक में सगुण भक्ति की 259 लोक रचनाएं आमजन के लिए बहुपयोगी उपयोगी हैं ।
कार्यक्रम में लोकगायिका राजकुमारी मारु ने पुस्तक में संकलित गीतों को सुमधुर स्वरों में प्रस्तुत किया। मारू ने लोकभजन” भज ले सुआ राम हरि नाम सू तिर जासी” और ” चरखे रो भेद बता दे ” मधुर स्वरों में प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मारू ने लोकगीत”बाई सा रा बीरा ” सुनाकर भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि ज्ञानेश्वर सोनी ने कबीर का भजन सुनाया। कार्यक्रम में शब्दरंग संस्थान द्वारा लोकगायिका राजकुमारी मारू को माला, शॉल और सम्मान पत्र अर्पित कर सम्मानित किया गया। अभिनन्दन पत्र का वाचन कवि बाबूलाल छंगाणी ने किया।
कार्यक्रम समन्वयक राजाराम स्वर्णकार ने अतिथियों का स्वागत उद्वोधन प्रस्तुत किया । युवा गायक गौरीशंकर सोनी ने डॉ रामेश्वर आनंद द्वारा रचित सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मोहनलाल मारू, रमेश मारू ,प्रताप मारू, हितेन्द्र मारू ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में महेन्द्र जोशी ,डॉ. जगदीश दान बारठ, हरिकिशन व्यास ,महेश आर्य, डॉ आर डी भाटी ,महेश उपाध्याय नवरतन पारीक, शिक्षाविद, ओमप्रकाश सारस्वत, मुकेश पोपली, प्रधान डाकपाल विशाल भारदाज बुलाकीदास देवडा, जुगल किशोर पुरोहित, लक्ष्मीदेवी स्वर्णकार सरोज भाटी ,पी.आर भाटी रमेश मारू , जयनारायण, राजवीर, बसंत मारू साक्षी बने। कार्यक्रम में मंच संचालक डॉ. नासिर जैदी ने अतिथियों का परिचय दिया । कृष्णा मारू ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
