बीकानेर.देशनोक.बारह कोस यानी 36 किलोमीटर लंबी देशनोक करणी माता ओरण की प्रक्रिमा लगाने गुरुवार को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बुधवार को शुरू हुई तीन दिन की ओरण परिक्रमा में बुधवार से शुक्रवार रात तक करीब दस लाख श्रद्धालु शामिल हो चुके थे।
ओरण के बीच से गुजरने वाले करीब 20 फीट चौड़ाई के कच्चे रास्ते पर जहां श्रद्धालु कदम बढ़ाते जा रहे थे, वहीं सेवा करने वालों की भी कमी नहीं रही। ओरण मार्ग के दोनों तरफ जगह-जगह टेंट लगाकर खाने-पीने के सामान की सेवाएं लगीं। जहां दूध-जलेबी से लेकर कचौड़ी-पकौड़ी तक की मनुहार श्रद्धालुओं से सेवादार करते नजर आए। कोई आइसक्रीम से, तो कोई भोजन और नाश्ते से सेवा में जुटा दिखा। मेडिकल टीम से लेकर दमकल तक की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई है।
बीकानेर-नोखा मार्ग के दोनों तरफ फैले ओरण में यह परिक्रमा की जाती है। मान्यता है कि ओरण परिक्रमा के दिन स्वयं मां करणी इस मार्ग पर चलती हैं और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देती हैं। ओरण परिक्रमा मंदिर से शुरू करते हैं और मंदिर पर आकर ही सम्पूर्ण होती है। बुधवार अल सुबह ओरण की पैदल परिक्रमा करने का सिलसिला शुरू हुआ था, जो शुक्रवार की रात्रि तक अनवरत जारी रहा
इसी के साथ देशनोक िस्थत करणी माता मंदिर में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। पुलिस ने ओरण मार्ग और मंदिर परिसर क्षेत्र में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी है।
नाचते-गाते…, अद् भुद नजारे
ओरण परिक्रमा के दौरान श्रद्धा के अद् भुद नजारे देखने को मिले। युवा जहां मां करणी के भजनों पर नाचते-गाते आगे बढ़ रहे थे। वहीं शारीरिक दुर्बलता को दरकिनार कर लोग इस 12 कोस को पैदल चल कर नापते दिखे। विकलांग दम्पती जब ओरण की राह पर चल रहे थे, तो उनका जोश देखते ही बन रहा था।
बीकानेर जिले सहित आस पास के जिले एवम संपूर्ण राजस्थान से लोग इस ओरण परिक्रमा में भाग लेने पहुंचे
चिरंजीलाल सारस्वत,दामोदर सारस्वत,राजेंद्र सारस्वा,गणेश शर्मा ,नागरमल सारस्वत ,नरेश शर्मा ,प्रकाश सारस्वत ,जेक्स सारस्वत ,देवकिशन, महेंद्र खारड़ा,घनश्याम शर्मा,मुकेश शर्मा, कन्हैयालाल राजेरा सहित युवा पैदल परिक्रमा में साथ रहे