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बीकानेर,घरों को रोशन करने वाली बिजली बैरन बनी हुई। बिजली के करंट से कई घरों के चिराग बुझ चुके हैं। बिजली से आए दिन होने वाले हादसों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आमजन की खुद की लापरवाही से हादसों का कारण बन रही है।

यह हो चुके हैं हादसे
23 जून को गंगाशहर के चौरड़िया चौक में जलहौज की सफाई करने उतरे दो मजदूर जगदीश व रामेश्वर की मौत हो गई।
2 जुलाई को जेएनवीसी थाना क्षेत्र के तिलकनगर में करंट लगने से भगतसिंह कॉलोनी निवासी अतुलेश की करंट लगने से मौत हो गई।
आंबेडकर कॉलोनी में कूलर में पानी भरते समय अनिता को करंट लग गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
पूगल क्षेत्र में खेत में पानी लगाते समय जीवराज की करंट लगने से मौत।

खेत में पानी देते समय 11 हजार केवी की लाइन टूटने कुंभाराम व उसकी पत्नी की मौत।
जसरासर थाना क्षेत्र के कुचौर निवासी सीताराम की खेत में पानी की मोटर स्टार्ट करते समय करंट लगने से मौत।
घर में खेलते समय सरदारशहर की दस वर्षीय बालिका पानी खींचने वाली मोटर से करंट लगा और मौत हो गई।
15 जून को नोखा के उगमपुरा इलाके में महेश सारस्वत के तीन वर्षीय मासूम बेटे रणवीर की खेलते समय कूलर में आए करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी।

29 जून को रसीसर रोही में कृषि ट्यूबवेल पर करंट की चपेट में आने से अशोक मेघवाल की मौत हो गई थी।

खाजूवाला के चक 2 एसएसएम खेत में हुआ हादसा। दो एसएसएम निवासी चिकाराम की खेत में पानी लगाने के दौरान करंट लगने से हुई मौत।

श्रीडूंगरगढ़ के पुन्दलसर विधुत जीएसएस में 26 मई को तेजाराम जाट पुत्र कुनणाराम निवासी लाछड़सर की मौत।
12 जुलाई को कल्याणसर नया गांव में खेत मे कृषि कार्य करते समय राजूराम पुत्र मोहनराम गोदारा की मौत
15 जुलाई को लखासर में करंट लगने से जेठाराम पुत्र गिरधारी लाल की मौत।

ये सावधानी बरतें
– कूलर को बच्चों व बुजुर्गों की पहुंच से दूर रखें
– कूलर को खाली पैर न छूएं
– पानी भरते समय बिजली सप्लाई बंद कर दें
– कूलर में तार को खुला न छोड़ें
– कूलर के पास बच्चों को जाने न दें
– संभव हो तो प्लास्टिक की बॉडी वाला कूलर उपयोग करें
– बंद कूलर भी न छूएं, करेंट हो सकता है।
– जलहौज की सफाई करें या खेत में पानी की मोटर का बिजली का स्विच बंद कर या तार निकाल देवें
– हाथ पैरों में रबड के मौजे पहनें।

केस एक जेएनवीसी थाना क्षेत्र के तिलकनगर में बाइक से जा रहा व्यक्ति बिजली पोल के खुले तारों की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

केस दो  सैरूणा थाना क्षेत्र के राजेडू गांव निवासी बाबूलाल खेत में पानी लगाने गया। इस दौरान मोटर चलाते समय करंट लगने से वह पानी की डिग्गी में गिर गया और डूबने से मौत हो गई। हादसे सप्ताहभर पहले ही बाबूलाल की शादी हुई थी।

इनका कहना है…

अर्थ लीकेड सर्किट ब्रेकर डिवाइस कूलर में जरूर लगवाएं इससे करंट का खतरा कम रहता है। बारिश के दिनों में कूलर, पानी की मोटर व बाहर खुले पड़े तारों को बिना सुरक्षा उपकरणों के न छुएं।
जितेन्द्र सोलंकी, इलेक्ट्रिशियन

इनका कहना है…

बिजली का करंट किसी व्यक्ति के शरीर 100 व 200 मिलीएम्पियर से दौड़ता है तो हार्ट का वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन होता है, जिससे मांसपेशियां सिकुड़ती है। मांसपेशियों के त्वरित व अत्यधिक सिकुड़ने से हार्ट जकड़ जाता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है।
डॉ. एलके कपिल, फिजिशियन पीबीएम अस्पताल

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