बीकानेर,कोलायत,जैसलमेर हाईवे पर मंगलवार शाम को एक्सीडेंट हो गया। ऑटो और बाइक की भिड़ंत में कई लोग घायल हो गए। एक युवक की हालत ज्यादा गंभीर हो गया और वह उछलकर सड़क पर पड़ा था। राहगीर रूक गए। एंबुलेंस का इंतजार करने लगे। सड़क पर पड़ा युवक बेसुध हो गया। लगा, अब जान पर संकट आने वाला है। इसी वक्त वहां एक सरकारी गाड़ी रूकी।
इसमें से निकले शख्स ने ज्यूंहि सड़क पर पड़े युवक की हालत देखी वह तपाक से उसके पास जा बैठा। नब्ज देखी। आवाज दी। सांस भी धीमी होती दिख रही थी। ऐसे में इस शख्स ने दोनों हाथ घायल की छाती पर रख जोर-जोर से दबाना शुरू किया। इसके साथ ही पुलिस-एंबुलेंस को भी दुबार फोन करवाया। छाती पर लगातार एक खास अंदाज में दबाने (सीपीआर) देने का नतीजा आने लगा। गंभीर युवक ने आंखे खोली। सांस सधने लगी। तब तक एंबुलेंस भी आ चुकी थी। उसे और बाकी घायलों को इसमें बिठवाकर बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल रवाना किया।
वहां मौजूद लोगों में चर्चा हो गई कि क्या ये डॉक्टर हैं लेकिन पास में ही खड़े एक पुलिसकर्मी ने लोगों को बताया कि ये कोलायत के एसडीएम राजेन्द्र कुमार है। लोग उन्हें धन्यवाद देते या तारीफ करते इसके लिए रूके बगैर एसडीएम राजेन्द्र कुमार अपने रास्ते पर बढ़ गए। हां, पुलिसकर्मियों और एंबुलेंस वालों को हिदायत जरूरी थी, तुरंत इलाज शुरू करवा देना। जान बच जाएगी।