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बीकानेर।भारत से डेल्टा प्लस कोरोना वायरस के संबंध में चौकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि देश में नए कोरोना वायरस के लगभग 40 ऐसे मामले सामने आए हैं, जो कि बहुत ही ज्यादा संक्रामक हैं। केंद्र ने देश के राज्यों को कोरोना टेस्टिंग बढ़ाने की सलाह दी है।

आखिर क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट?

भारत में “डेल्टा प्लस” नामक वैरिएंट को पहली बार 11 जून को पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड बुलेटिन में रिपोर्ट किया गया था। यह भारत में पहली बार खोजे गए डेल्टा वेरिएंट की एक उप-वैरिएंट है और इसने K417N नाम की स्पाइक प्रोटीन हासिल कर ली है, जो कि दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पहचाने गए बीटा वैरिएंट में भी पाया जाता है। वैज्ञानिकों को चिंता है कि म्यूटेशन के साथ डेल्टा वैरिएंट और ज्यादा संक्रामक बन सकता है।भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, “म्यूटेशन K417N रोचक इसलिए है, क्योंकि ये बीटा वैरिएंट (B.1.351) में मौजूद है। साथ ही सामने आया है कि, इसमें इम्यून इवेजन की प्रॉपर्टी भी है।संक्रमण के प्रसार पर नज़र रखने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत में पहली बार पहचाना गया वैरिएंट अभी तक सबसे अधिक संक्रामक है और जिन लोगों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है, वे अन्य प्रकारों की तुलना में अधिक लोगों में गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।

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