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बीकानेर,सखा संगम और साझी विरासत के संयुक्त तत्वावधान में दक्ष द्वारा समर्थित चंद्रशेखर स्मृति उत्कृष्टता उत्सव की पहली कड़ी में बीकानेर चैप्टर एन आई आर सी की चेयरपर्सन खुशबू व्यास और युवा रंग अभिनेता शैलेंद्र सिंह को चंद्रशेखर उत्कृष्टता पुरस्कार द्वारा अलंकृत किया गया।

कार्यक्रम समन्वयक राजाराम स्वर्णकार ने बताया कि जाने माने खेल प्रशासक, कवि एवं संस्कृतिकर्मी स्व. चंद्रशेखर जोशी की पावन स्मृति में आयोजित किये जा रहे 12 मासा उत्कृष्टता उत्सव की पहली कड़ी का आयोजन दक्ष परिसर में किया गया। इस कार्य में कंपनी प्रबंधन के क्षेत्र में खुशबू व्यास और रंग अभिनय के क्षेत्र में शैलेंद्र सिंह को प्रथम चंद्रशेखर उत्कृष्टता पुरस्कार द्वारा विभूषित किया गया। सखा संगम, साझी विरासत, शब्द रंग, सप्त ऋषि मंडल, मुक्ति संस्थान, ब्रह्म बगीचा प्रन्यास, एकलव्य आर्चरी एकेडमी, भल्ला फाउण्डेशन, एवं भगवान आदिश्वरनाथ जैन मन्दिर ट्रस्ट जैसी संस्थाओं द्वारा मिलकर चंद्रशेखर स्मृति उत्कृष्टता उत्सव समिति का गठन किया गया है जो हर माह की 15 तारीख को विभिन्न क्षेत्र की उत्कृष्ट हस्तियों का पुरस्कार प्रदान कर सम्मान करेगी। यह आयोजन वर्षभर जारी रहेगा। वर्षभर चलने वाला यह कार्यक्रम दक्ष सिक्योर सर्विसेज द्वारा समर्थित रहेगा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संपादक एवं व्यंग्यकार श्री अजय जोशी थे, वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता सखा संगम के अध्यक्ष श्री एन डी रंगा द्वारा की गई। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्री राजेंद्र जोशी द्वारा किया गया वहीं खुशबू व्यास के प्रशस्ति पत्र का वाचन श्री राजाराम स्वर्णकार द्वारा एवं श्री शैलेंद्र सिंह के प्रशस्ति पत्र का वाचन श्री जुगल पुरोहित द्वारा किया गया।

कार्यक्रम के दौरान स्वागत भाषण श्री राजेंद्र जोशी द्वारा दिया गया वहीं एन डी रंगा ने अपना अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए चंद्रशेखर जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनका पुण्य स्मरण किया। दक्ष के निदेशक शशांक शेखर जोशी ने आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहने की बात दोहराई। कार्यक्रम के दौरान शिक्षाविद श्री भगवान दास परिहार, समाजसेवी खूूमराज पंवार, नागेश्वर जोशी, शायर शकूर साहब, बालकल्याण समिति के सदस्य जन्मेजय व्यास, रिसर्च एनालिस्ट अंकित मोहता, अनुराग गौड़, कपिल डागा, मोटर स्पोर्ट्स व्यवसायी राजेश बिश्नोई, संस्कृतिकर्मी कमल श्रीमाली, गौरीशंकर आचार्य आदि गणमान्य लोग सम्मिलित हुए।

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