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बीकानेर,नई दिल्ली, जैन धर्म के श्वेताम्बर परम्परा के सबसे पुरातन जीवंत गच्छ खरतरगच्छ ” वि.सं. 2080 ईसवी सन् 2023 में अपनी स्थापना के एक हजारवें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। खरतरगच्छ सहस्राब्दी के इस विरल ऐतिहासिक प्रसंग के महत्व को रेखांकित करते हुये खरतरगच्छाचार्य श्री जिन पीयूषसागरसूरीश्वर जी म.सा. ने खरतरगच्छ सहस्राब्दी महोत्सव की परिकल्पना खरतरगच्छ श्रीसंघ के समक्ष रखी तथा उन्हीं की प्रेरणा तथा मार्गदर्शन से राष्ट्रीय स्तरीय ‘ श्री खरतरगच्छ सहस्राब्दी महोत्सव समिति ’ का गठन किया गया। आचार्यश्री के मार्गदर्शन तथा सक्रिय सहभागिता से सहस्राब्दी महोत्सव की बहुआयामी योजना तथा प्रकल्पों का निर्धारण किया गया। इस हेतु विशाल एवं व्यापक जनसंपर्क द्वारा समाज के प्रति वर्ग तथा प्रत्येक सदस्य को जोड़ने का बीड़ा उठाया गया है। आचार्यश्री के प्रेरणा तथा सक्रिय सहयोग से समिति द्वारा एक अत्यन्त मनोहर तथा जानकारी युक्त कैलेण्डर का प्रकाशन किया गया है। आज दिनांक 19 जनवरी, 2023 को दिल्ली में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी के कर कमलों से समिति द्वारा प्रकाशित खरतरगच्छ गौरव कलेण्डर 2023 का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मंत्री के साथ लोकसभा से सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, ललित कुमार नाहटा संयोजक- खरतरगच्छ सहस्राब्दी महोत्सव समिति, श्री मैकी फोफलिया, सहमंत्री- जैन खरतरगच्छ संघ (पंजी) दिल्ली, मुनीष भंसाली, प्रबंधक- जैन मन्दिर दादाबाड़ी मेहरौली, श्री मोहित नाहटा, न्यासी- महाबलीपुरम् तीर्थ व सोनेन्द्र जैन, कोषाध्यक्ष-श्री खरतरगच्छ सहस्राब्दी महोत्सव समिति आदि जन उपस्थित थे। समिति के संयोजक श्री ललित कुमार नाहटा ने माननीय मंत्री जी को खरतरगच्छ सहस्राब्दी महोत्सव के वर्ष व्यापी विविध कार्यक्रमों तथा योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान

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