बीकानेर,लूणकरणसर विधानसभा के बीकानेर पंचायत समिति के गांव कतरियासर, मालासर, लाडेरा, मौलानिया और करणीसर बीकाण को जल्द ही नहरी पानी द्वारा पेयजल आपूर्ति हो सकेगी। खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने बताया कि इन क्षेत्रों में पेयजल की वर्षों से लंबित समस्या का समाधान करते हुए बीछवाल से नहरी प्रदाय योजना से जोड़ा जाएगा। इस कार्य पर राज्य सरकार ने बजट में 16 करोड़ 50 लाख रुपए की सुदृढ़ीकरण और पुनरुद्धार योजना की अतिरिक्त स्वीकृति जारी की है।
गोदारा ने बताया कि यहां के भूमिगत जल में फ्लोराइड की अधिकता के चलते ग्रामीण लंबे समय से शुद्ध पेयजल नहीं मिलने की समस्या से त्रस्त थे । ऐसे में राज्य सरकार ने यह संवेदनशील निर्णय करते हुए इन गांवों को इंदिरा गांधी नहर परियोजना के पानी से जोड़ने की योजना को स्वीकृति प्रदान की है। क्षेत्र की जनता के हित में गोदारा ने इस जल प्रदाय योजना का प्रस्ताव बनाकर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल से मुलाकात की । मुख्यमंत्री ने इन गांवों को नहरी पानी से जोड़ने की अनुशंसा पर स्वीकृति दी । इसके बाद वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अतिरिक्त बजट में इस जलप्रदाय योजना के लिए स्वीकृति जारी की है। गोदारा ने इस स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि
भूमिगत जल में फ्लोराइड की मात्रा अधिक होने की समस्या के चलते ग्रामीणों और पशुओं के स्वास्थ्य को लेकर भी समस्याएं सामने आ रही थी ऐसे में इस परियोजना की स्वीकृति क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए बड़ी सौगात है।
गोदारा ने कहा कि क्षेत्र में प्रत्येक गांव और ढाणी तक पेयजल पहुंचे, बिजली से जुड़े तथा गुणवत्ता युक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित हो यह उनका प्राथमिक प्रयास है।
गोदारा ने कहा कि क्षेत्र में सड़क , शिक्षा , स्वास्थ्य के साथ-साथ पेयजल और बिजली उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है । बजट में भी लूणकरणसर क्षेत्र को कई सौगातें मिली है क्षेत्र के विकास के लिए नियमित रूप से स्वीकृतियां जारी करवाई जा रही है। उन्होंने राज्य सरकार का इसके लिए आभार प्रकट किया और कहा कि क्षेत्रवासी इन स्वीकृतियों के प्रति राज्य सरकार के आभारी है। लूणकरणसर विधानसभा सहित सम्पूर्ण जिले के विकास के लिए संसाधनों की किसी स्तर पर कमी नहीं आए यह सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने इस योजना की मंजूरी के लिए जल संसाधन मंत्री कन्हैया लाल चौधरी का भी आभार प्रकट किया।