बीकानेर,कपिल सरोवर का राज्य सरकार संरक्षण करेगी और श्रीकोलायत में सिरेमिक्स हब बनेगा। यह बात राजस्थान सरकार के बजट घोषणा में कही गई है। श्रीकोलायत स्थित कपिल तीर्थ स्थल को धार्मिक स्थल और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में सरकार और नवनिर्वाचित युवा विधायक अंशुमान सिंह भाटी का भविष्य में क्षेत्र के विकास के विजन को दर्शाता है। भारत भूमि पर हिमालय की कदराओं और गंगा किनारे तो ऋषि मुनियों ने तप किया ही है। कोलायत भी आदिकाल में ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है। दुर्भाग्य है की कोई भी इस तपस्थली की महत्ता को नहीं समझ पा रहा है। कपिल मुनि तीर्थस्थल के साथ जागेरी याज्ञवल्क्य ऋषि की तपोस्थली रही है।यह नहीं चानी गांव में व्यवन ऋषि, दियातरा में दत्तात्रेय ऋषि, टेकरी में काग ऋषि, जोगिरा में जोग ऋषि, डेह देवहुति माता का आश्रम है। कपिल सरोवर के तट पर गुरुद्वारा भी है। गुरु नानक देव जी और गुरु गोविंद सिंह जी का शब्द ज्ञान इस धरा पर है। कपिल तीर्थ स्थल को विधायक भाटी ने सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है। इस तीर्थस्थल के विकास और संरक्षण से इसकी थाती को पुनर्स्थापित हो सकेगी।विधायक अंशुमान सिंह ने बताया कि कपिल सरोवर श्री कोलायत की सौंदर्य करण एवं आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए बजट में विशेष प्रावधान की घोषणा करना चाहते हैं ? राजस्थान सरकार सीएडी के माध्यम से भी कपिल सरोवर के सौंदर्यकरण का काम कर रही है। श्रीकोलायत में सिरेमिक हब के साथ बीकानेर में खान विभाग का अतिरिक्त निदेशक का पद की घोषणा की गई है। खनिजों के क्षेत्र में रिसर्च एंड डेवलपमेंट के बीकानेर में सेरेमिक्स एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना की घोषणा भी हुई है। ये दोनों काम श्रीकोलायत की तस्वीर बदलने में सहायक होगी। भाटी ने बताया कि नोखड़ा में 220 केवी जीएसएस का निर्माण की घोषणा। केहरली 132 केवी जीएसएस का निर्माण घोषणा
16 करोड़ की लागत से भूरासर से आनंदगढ़ वाया 28 के एल डी तक 16 किलोमीटर सड़क निर्माण की घोषणा। बज्जू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला चिकित्सालय में क्रमोनयन की घोषणा । इंदिरा गांधी नहर परियोजना के द्वितीय चरण में जीर्णोंद्धार एवं सिंचाई संबंधी विभिन्न कार्य चरणबद्ध रूप से करवाने हेतु कोलायत विधानसभा क्षेत्र में डॉ. करणी सिंह लिफ्ट नहर में शेष रहे 44 हजार 500 हैक्टेयर क्षेत्र में फव्वारा पद्धति से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 270 करोड़ रूपये !!
इसी तरह वीर तेजाजी लिफ्ट नहर में शेष रहे 8320 हैक्टेयर क्षेत्र में फव्वारा पद्धति से सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 50 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। विधायक का दावा है विकास की प्राथमिकता को पहले बजट में हासिल कर लिया है।