बीकानेर,नवरात्र में बृहस्पतिवार को नवमी पूजन के दौरान कन्याओं को जिमाया गया। घरों में कन्याओं के पूजन के साथ श्रृद्धालुओं ने अपना व्रत भी खोला। चैत्र मास की नवमी तिथि के दिन चेत्र नवरात्र की नवमी तिथि का पूजन किया गया है।
9 अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। भारतीय संस्कृति में कन्याओं को दुर्गा का रूप माना जाता है। नवरात्रि व्रत को बिना कन्या पूजन के पूर्ण नहीं माना जाता है।
मनुष्य कन्या पूजन करके मां भगवती की विशेष कृपा पा सकता है। अष्टमी और नवमी में किया गया कन्या पूजन श्रेष्ठ माना गया है। इस बार चैत्र नवरात्रि की अष्टमी शनिवार को की गई। इस दौरान कन्याओं को जिमाने के लिए के लिए परिवार के सदस्य दौड़ते रहे।
सभी कन्याएं घर घर जाकर प्रसाद का ग्रहण किया। मां के भक्तों ने कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त किया। धार्मिक कार्य में सदैव रुचि रखने वाली समाजसेविका रितु मित्तल ने बताया कन्या पूजन का कार्यक्रम कर बालिकाओं को पढ़ने लिखने वाली सामग्री उपहार स्वरूप दी गई।