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बीकानेर,आज गुरु आविया, म्हारे मन में उठी हिलोर, गुरुजी ने बार-बार वंदन करूं…गरुजी का स्मरण करती कबीर की वाणियों के संवेत स्वर शुक्रवार को छत्तरगढ़ की वादियों में गूंज उठे। मौका राजस्थान कबीर यात्रा के तीसरे दिन का।
मलंग फोक फाउंडेशन, लोकायन संस्थान, जिला प्रशासन बीकानेर, बीकानेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राजस्थान कबीर यात्रा शुक्रवार को छत्तरगढ़ पहुंची थी। इससे पूर्व सुबह के सत्र में आए हुए मेहमान कलाकारों और यात्रियों ने सत्संग में भागीदारी निभाई। इस दौरान सभी ने ग्रामीण संस्कृति को समीप से देखा और अभिभूत हुए। ग्रामीणों ने भी कबीर यात्रा में भागीदारी निभा रहे कलाकारों और यात्रियों का जबर्दस्त स्वागत किया। आयोजन में इस बार सौ से ज्यादा कलाकार भागीदारी निभा रहे हैं।
कार्यक्रम में महेंद्रा सस्टेन प्राइवेट लिमिटेड 200 मेघा वाट से त्रिलोक सिंह जी, एडमिन इंचार्ज उदय भास्कर,अमित सिंह, एसडीएम पवन कुमार जी,राजू चौहान,मुकेश शर्मा, नेमीचंद उपाध्याय, राजेन्द्र सिंह जी भाटी,सरपंच प्रतिनिधि सद्दाम हुसैन,विमल पारीक,कन्हैयाल ज्याणी कृष्णा जी भाटिया, राजकीय विद्यालय के एनसीसी, स्काउट टीम, एडवोकेट लक्ष्मीनारायण सहित छतरगढ़ गांव के गणमान्य लोग शामिल हुए।

इन कलाकरों ने जमाया रंग…

कार्यक्रम में मालवा के दयाराम सरोलिया ने “आज गुरु आविया म्हारे मन में उठी हिलोर…सहित निर्गुण भजन-वाणी सुनाकर सभी को मंत्रमुग्द कर दिया। छत्तरगढ़ की आरसीपी कॉलोनी के क्लब ग्राउण्ड में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल श्रोताओं ने तालियां बजाकर कलाकारों का हौसला बढ़ाया। वहीं डीडवाना की रामा कुमारी ने सूफी अंदाज में “सतगुरु जी ने देख्या, गरुजी ने बार-बार वदना…सुनाकर खूब दाद बटौरी।
कार्यक्रम में बीकानेर की मीरा बाई ने निर्गुण वाणी “चाल बसो उन देश में म्हारी हेली”, गुजरात से आए वाणी गायक मुरालाल मारवाड़ा, बैंगलुरु के वासु दीक्षित, कव्वाली ग्रुप मेहफिल ए समां सहित कलाकारों ने अपनी दमदार गायिकी से श्रोताओं को कबीर की भक्तिरस में रंग दिया।

राजस्थान कबीर यात्रा के निदेशक गोपाल सिंह ने बताया कि शनिवार को कालू गांव में कबीर यात्रा का आयोजन होगा। इसमें आमंत्रित कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इस यात्रा में भारत के अलग-अलग राज्यों के साथ ही जापान सहित अन्य देशों के कालाकार अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

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