बीकानेर,राजस्थान अपनी कला संस्कृति और यहां के किले हवेलियों को लेकर पूरे देश में विशेष स्थान रखता है. ऐसे में अब दिवाली के साथ ही पर्यटन सीजन की शुरुआत के साथ पर्यटकों का राजस्थान में आने का सिलसिला शुरू हो गया है.
जहां कोरोना के चलते पिछले दो साल से पर्यटन व्यवसाय पुरी तरह से ठप था तो वही इस बार सीजन के साथ पर्यटक भी अब राजस्थान की तरफ रुख कर रहे है इन सब के बीच अब बीकानेर के ऐतिहासिक जूनागढ़ किले में पर्यटको की घूम दिखाई दे रही है.
किले और हवेलियां पूरी तरह से पर्यटकों से गुलजार
जहां अपनी कला संस्कृति और पधारो म्हारे देश वाली विशेष परंपरा के लिए जाने जाने वाले राजस्थान में इन दिनों पर्यटको की धूम है. यहां की किले और हवेलियां पूरी तरह से पर्यटको से गुलजार है. वहीं आज दिवाली के त्योहार के बाद से देशी हो या विदेशी सभी तरह के पर्यटक काफी संख्या में पहुंच रहे है. वहीं बीकानेर में भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ संख्या में पर्यटक पहुंचने की सम्भावना है.
राजस्थान की तरफ रूख कर रहे पर्यटक
दिवाली के साथ ही राजस्थान मे पर्यटकों की धूम नजर आ रही हैं जहां राजस्थान में पर्यटकों का मुख्य केंद्र रेगिस्तान में किले हवेलियों निहारना ओर ऊंट पर बैठकर अपने अनुभवों को यादगार बनाना होता हैं. ऐसा ही कुछ नजारा इन दिनों रेगिस्तान के शहर बीकानेर मे देखने को मिल रहा हैं, जहां आज दिवाली के त्योहार के बाद से जूनागढ़ किले में देशी ओर विदेशी सैलानियों का ताता लगा हुआ हैं .वहीं यूरोप ओर एशिया देशों में अधिक ठंड के चलते पर्यटक खास तौर पर इंडिया के रेगिस्तानी इलाकों की तरफ रूख करते हैं वहीं राजस्थान के ग्रामीण अंचलो को देखने का क्रेज भी काफी पर्यटकों को बीकानेर की तरफ खींच लाता है.
जूनागढ़ किले में भ्रमण करने पहुंचे विदेशी पर्यटक
जहां जूनागढ़ किले में भ्रमण करने पहुंचे विदेशी पर्यटकों ने ना केवल यहां के इतिहास को जाना बल्कि इंडिया को अपने अनुभव भी बताया. पर्यटकों को कहना है कि उनकी ये यात्रा यादगार बनने जा रही हैं. वहीं इस साल बीकानेर में अक्टूबर के महीने में हजारों की संख्या में देशी विदेशी पर्यटक पहुंच चुके है. पर्यटन विभाग को इस साल अच्छी तादात में पर्यटकों के आने की उम्मीद है तो वहीं पर्यटन व्यवसाय से जुड़े गाइड भी इस साल कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद जता रहे है.
इन दिनो पूरे देश में दिवाली के बाद छुट्टियां होने साथ एक तरफ जहा देशी पर्यटक पहुंचे है तो वहीं विदेशी भी अब अच्छी संख्या में राजस्थान की तरफ रूख कर रहे हैं ताकी यहां के रॉयल और ऐतिहासिक पलों को अपने साथ संजोकर ले जा सके.