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बीकानेर.राजकोट.सीबीआई की ओर से पांच लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार होने के बाद विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) राजकोट के जॉइंट डीजीएफटी जावरीमल बिश्नोई ने शनिवार सुबह आत्महत्या कर ली। वे राजस्थान के बीकानेर मूल के बताए जाते हैं।

बिश्नोई ने शहर के जिला पंचायत चौक के पास जसाणी बिल्डिंग में चौथी मंजिल पर स्थित डीजीएफटी कार्यालय से छलांग लगा दी। इतनी ऊंचाई से नीचे गिरने पर गंभीर रूप से जख्मी बिश्नोई को उपचार के लिए राजकोट सिविल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बिश्नोई को शुक्रवार को ही केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने 5 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों पकड़ा था। इस मामले में मृतक अधिकारी के परिजनों ने डीजीएफटी कार्यालय और सिविल अस्पताल के बाहर हंगामा किया। परिजनों में रोष है। राजकोट शहर के प्रद्युम्ननगर थाने में फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया है।
बदनामी के डर से उठाया गया हो कदम: पुलिस
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद बदनामी के डर से यह कदम उठाया हो सकता है। बिश्नोई को इंदौर से राजकोट आए हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ था।
चौथी मंजिल पर स्थित चैंबर की खिड़की से कूदे: डीसीपी
राजकोट शहर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुधीर देसाई ने संवाददाताओं को बताया कि सीबीआई की ओर से रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद से उनके घर व कार्यालय में सीबीआई की ओर से सर्च प्रक्रिया चल रही थी। शनिवार सुबह करीब 9.45 बजे उन्होंने अपनी चैंबर की खिड़की से नीचे छलांग लगा दी, जिससे वे बुरी तरह से जख्मी हो गए। उन्हें राजकोट सिविल अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है।
हिरासत में मौत होने से सीबीआई अधिकारियों से भी पूछताछ
देसाई ने बताया कि बिश्नोई सीबीआई की हिरासत में थे। इसलिए इस मामले में फिलहाल प्रद्युम्ननगर पुलिस की ओर से आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। इस दौरान सीबीआई के अधिकारी मौजूद थे इसलिए उनसे पूछताछ की गई और उनके बयान लिए गए। एसडीएम की ओर से भी जांच जारी है। हिरासत में मौत मामले की जरूरी प्रक्रिया की गई।

वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम
डीसीपी देसाई ने बताया कि हिरासत में मौत का मामला होने के चलते शव का पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के बीच कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को परिजनों को सौंपा जाएगा। परिजनों ने अस्पताल में भी हंगामा मचाया था। वहां मौजूद पुलिस की टीम ने उन्हें शांत किया है।

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