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बीकानेर,सीएम अशोक गहलोत ने जियो 5 जी सेवा की जयपुर, उदयपुर और जोधपुर में लॉन्चिंग कर दी है। जयपुर के झालाना स्थित भामाशाह टेक्नोहब में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने संबोधन भी दिया। जिसमें उन्होंने आज के समय में इंटरनेट को अफीम की तरह बता दिया। इसके अलावा उन्होंने वसुंधरा राजे की भी जमकर तारीफ की।

इंटरनेट आज अफीम की तरह हो गया है

सीएम गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कोई भी भर्ती के परीक्षा होती है तो उसके पेपर इंटरनेट पर लीक होने का काफी खतरा रहता है जिसे रोकने के लिए हमें इंटरनेट पर बैन लगाता है लेकिन जब कुछ घंटे के लिए इंटरनेट बंद किया जाता है तो लोग हंगामा खड़ा कर देते हैं। आलम यह हो गया है कि बिना इंटरनेट अब लोग कुछ घंटे भी नहीं रह सकते। आज के समय में इंटरनेट अफीम की तरह हो गया है। इंटरनेट का लोगों को नशा हो गया। सीएम ने कहा कि हम ये चाहते हैं कि इंटरनेट की ये रफ्तार गांव-गांव में आखिरी घर तक जाए, जिसके लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। जियो की ही ऑब्टिकल फाइबर से गांव -गांव को जोड़ा जा रहा है ताकि तकनीक से वे राजस्थान की हर योजना तक हर व्यक्ति की पहुंच हो सके।

वसुंधरा ने जो टेक्नोहब बनाया वैसा पूरे देश में नहीं

इधर सीएम गहलोत ने वसुंधरा राजे की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि वसुंधरा राजे ने अपने समय़ में ये जो आईटी से लैस भामाशाह टेक्नोहब बनाया है वैसा पूरे देश में कहीं नहीं है। मैंने खुद इसका दौरा किया और मैं वसुँधरा राजे की इस काम की सराहना करता हूं। लेकिन उन्होंने मेरे एक सपने को अधूरा कर दिया, उन्होंने हमारी सरकार के समय में शुरू की गई रिफाइनरी को बंद कर दिया। अब कालीचरण सराफ जी यहां बैठे हैं तो मैं ज्यादा बोलूंगा नहीं।

जोधपुर में फिनटेक यूनिवर्सिटी का किया जिक्र

अपने संबोधन में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अब देश-दुनिया में एक डिजिटल मार्केट खुल गया है। इससे युवाओं को नई तकनीक के बारे में तो पता ही चल रहा है, इस तरह के इनोवेशन के लिए वे आगे भी आ रहे हैं। अशोक गहलोत ने कहा कि डिजी फिनटेक एक 600 करोड़ रुपए की यूनिवर्सिटी जोधपुर में बन रही है। हम खुद ही स्टेट फंडिंग से 600 करोड़ की आईटी बेस फिनटेक संस्थान को जोधपुर में खोल रहे हैं। गहलोत ने कहा कि इंटरनेट का जाल तो बढ़ रहा है लेकिन इससे साइबर क्राइम भी काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। अभी हाल ही में दिल्ली एम्स के सिस्टम को हैकर्स ने हैक कर लिया था,इसे देखते हुए देश में इससे निपटने के लिए ट्रेनिंग सेंटर्स भी खुले तो ज्यादा सहूलियतें मिलेगी, हालांकि अभी साइबर थाने खुले हैं लेकिन इनमें भी एक्सपर्ट्स की कमी है, इसलिए काम काफी धीरे होता है।

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