









बीकानेर,साध्वी कल्याणसर नया के जसनाथ पैदाग्रस्त गौशाला में छठे दिवस की गो कथा में कथा वाचिका श्रद्धा गोपाल सरस्वती दीदी ने कहा की गौ माता धर्म की दूरी है मनुष्य जीवन में जन्म से लेकर मृत्यु पर्यंत गौ माता की विशेष महत्व है गौ माता के पंचगव्य का महत्व बताते हुए दीदी ने कहा कि हमारे जीवन में कोई भी कार्य ऐसा नहीं है जो गौ माता के बिना संभव है और कहा कि प्रत्येक रोग का निवारण गौ माता के द्वारा प्रत्येक रोग का निराकरण है ग्राम वासियों ने बढ़ चढ़कर क्या गौ सेवा हेतु सहयोग दूरदराज के गांव के श्रद्धालुओं के लिए बसों की व्यवस्था की गई है गौशाला प्रबंधक डॉक्टर हनुमान राम गोदारा मैं एक गौ माता का ऑपरेशन कर 6 किलो पॉलिथीन की गांठ निकाल कर लाइव टेलीकास्ट बताया गया। हमारे एरिया की पहली भाग गौशाला है जहां प्रत्येक बीमारी का यहां इलाज किया जा रहा है एवं सर्जरी का कोई भी कैस हो आधुनिक तकनीकी के साथ गोवंश का इलाज किया जाता है
श्रीडूंगरगढ़, कल्याणसर नया। कल्याणसर नया की श्रीजसनाथजी पीड़ा ग्रस्त गौशाला प्रांगण में आयोजित गौकृपा कथा में छठवें दिन साध्वी श्रद्धा गोपाल दीदी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को गौसेवा की प्रेरणा दी। साध्वी ने कहा कि गौकृपा से राजा दिलीप के घर महाराज रघु का जन्म हुआ और इसी प्रतापी सूर्यवंश में राजा राम का जन्म हुआ। साध्वी ने गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहें जीव को संस्कारवान बनाने के लिए भगवान का ध्यान करने व गौसेवा करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि सतोगुण के ध्यान से संतान भी माता पिता की सेवा करने वाला होगा। साध्वी ने मोबाइल पर तंज कसते हुए चेताया कि वहीं दिन मोबाइल पर रील देखने से संतान भी तमोगुणी होगी और जीवन भर परेशानी का कारण बनी रहेगी। उन्होंने एक कथा प्रसंग का उल्लेख करते हुए गाय व अन्य पशुओं के बीच अंतर बताते हुए गाय को माता मानकर सेवा करने की बात कही। साध्वी ने कहा कि गाय केवल दूध देने का साधन नहीं, गाय माता की महिमा चार वेद, छह शास्त्र, 18 पुराण व श्रुतियां गाते है। गाय माता हमारे आराध्य देवताओं की भी आराध्य है। कथा के दौरान उन्होंने गुरू के महत्व बताते हुए, गुरू को भगवान से मिलवाने वाली कड़ी बताया। साध्वी ने आज के युवा को नशे, क्रोध, असंयमित जीवन से दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने नवयुवतियों को भी पढ़ने लिखने के साथ अपनी संस्कृति का ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि वराह पुराण में कहा गया है, कि नित्य गौ परिक्रमा से पाप नाश होते है। साध्वी ने कहा कि गाय के लिए दिया गया दान कभी व्यर्थ नहीं जाता है और गाय के लिए किया गया दान व्यर्थ नहीं जाता। सरपंच आईदानाराम द्वारा 31 हजार रूपए और 51 मण चारा गौशाला में देने की घोषणा की। वहीं अनेक श्रद्धालुओं ने 5100 व 2100 के सहयोग दिए गए। समिति सदस्यों ने सभी का आभार जताया।
गाय का ऑपरेशन कथा में लाइव दिखाया, निकाली 35 किलो से अधिक पॉलीथिन।श्रीडूंगरगढ़, कल्याणसर नया। गौकृपा कथा में गौशाला में घर से निकाल देने पर भटकती हुए निराश्रित गौवंश के भूख से व्याकुल होकर प्लास्टिक खाने को महापाप बताया। गौशाला में एक गाय का सफल ऑपरेशन कथा स्थल पर लाइव दिखाया गया। जिसमें गास के पेट से डॉक्टरों की टीम ने 35 से 40 किलो प्लास्टिक कचरा निकाला। इस दौरान पांडाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आंखे नम हो गई। अनेक लोगों ने गौवंश की सेवा का संकल्प लिया।
