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बीकानेर,जेल में मोबाइल का खेल थम नहीं रहा। यहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी ही सुरक्षा में सेंध लगा रहे हैं। अब तक सुरक्षा में तैनात तीन पुलिस कार्मिक जेल में बंदियों को मोबाइल व अन्य सामग्री मुहैया कराते हुए पकड़े जा चुके हैं। अब बीकानेर जेल प्रशासन सुरक्षा बंदोबश्त और कड़े करने जा रहा है। जेलर हो या जवान सबकी जेल में प्रवेश से पहले सघन चेकिंग की जाएगी। वहीं बीकानेर जेल में चालानी गार्ड में शामिल जवान की ओर से बंदी को मोबाइल मुहैया कराने के मामले को जेल मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है। बीकानेर पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने कांस्टेबल राकेश कुमार को सस्पेंड किया गया है।

हर दिन बदलेगी ड्यूटी
जेल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से सख्ती बढ़ा दी है। अब हर दूसरे दिन सुरक्षा कर्मियों की एक जगह से दूसरी जगह ड्यूटी लगेगी। जेल अधीक्षक से लेकर जवान तक की जेल में प्रवेश से पहले त्रिस्तरीय जांच की जाएगी, इसके बाद ही प्रवेश मिलेगा। रविवार को जेल अधीक्षक आर अनंतेश्वरन के निर्देशन में जेल प्रहरियों, आरएसी जवानों व कर्मचारियों ने जेल की बैरकों की तलाशी ली।

सुरक्षा के साजो-सामान
जेल में आने-जाने वाले सामान और बैरकों की तलाशी के लिए हैंडल मेटल डिटेक्टर, जमीन में छिपाई वस्तु को खोजने के लिए नॉन लीनियर जंक्शन डिटेक्टर हैं। जेल में चौकसी के लिए 10 जगह फ्लड लाइटें और सात वॉच टावर में बंदूकधारी जवान तैनात रहते हैं। जेल की चारदीवारी पर कांटेदार तारों में करंट प्रवाहित रहता है। हाल ही में नई एक्स-रे बैग स्केनर मशीन भी लगाई गई है। इस मशीन की यह खासियत है कि अगर बैग में कपड़ों के बीच भी कोई चीज छुपा रखी है तो यह उसकी पहचान कर लेंगी।

इन सालों में इतने मिले मोबाइल
– साल – बरामद मोबाइल – लिप्त बंदी
– 2017 – 03 – 03
– 2018 – 44 – 20
– 2019 – 19 – 15
– 2020 – 01 – 01
– 2021 -12 – 10
– 2022 – 17 -16

इनका कहना है …
जेल में सुरक्षा व्यवस्था चौकस है। इसके बावजूद कोई भी कर्मचारी प्रतिबंधित सामग्री लाने व बंदियों को मुहैया कराने में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जेल में बंदियों को खुशनुमा माहौल मिले ऐसे प्रयास कर रहे हैं ताकि वे आपराधिक गतिविधियों से दूर रहे।
आर अनंतेश्वरन, जेल अधीक्षक बीकानेर।

इनका कहना है …
जेलों में जैमर टेक्नोलॉजी अभी सफल नहीं हुई है। बीकानेर जेल में 12 जैमर भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड़ (बेल) की ओर से लगाए गए हैं। इन जैमरों को सफल बनाने की कोशिश की जा रही है। जेल की सुरक्षा में तैनात जवान व कार्मिक बंदियों को मोबाइल व अन्य प्रतिबंधित सामग्री मुहैया कराते हुए पकड़ा जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।
विक्रम सिंह करणावत, आईजी जेल जयपुर

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