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बीकानेर, कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बीकानेर सैंट्रल जेल प्रशासन भी सतर्क हो गया है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जेल के अंदर तक एंट्री कर चुके कोरोना की रोकथाम के लिए बीकानेर सेंट्रल जेल प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। एतिहात के तौर पर बंदियों की बैरिकों और वार्डों को हर रोज सैनेटाइज किया जा रहा है। नए बंदियों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें जेल में एंट्री दी जा रही है। बंदियों के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। हालांकि कुछ बंदियों के हल्का सर्दी जुकाम होने पर उनकी कोरोना जांच कराई गई थी, लेकिन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके अलावा संक्रमण के खतरे से बंदियों को दूर रखने के जेल में परिजनों से मुलाकात पर रोक लगा दी गई है। दूसरे चरण में महामारी को देखते हुए जेल में करीब साढ़े 7 माह तक बंदियों से मुलाकात बंद थी। पिछले दिनों ही जेल में

मुलाकात शुरू हुई थी जेल मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में बंदियों की मुलाकात पर रोक लगा दी है। इससे पहले कोरोना की पहली लहर के बाद से मार्च 2020 में मुलाकात को रोका गया था। करीब एक साल तक मुलाकात बंद रही। कुछ समय के लिए फरवरी-2021 में पाबंदी हटी, तो दूसरी लहर ने फिर नवम्बर तक रोक लगा दी थी। इसके साथ ही जेल में आने वाले नए बंदियों के दाखिले के लिए कोरोना की नैगेटिव रिपोर्ट अब भी जरूरी है। जिले की कोई भी थाना पुलिस गिरफ्तार करने के बाद आरोपी को कोरोना का सेम्पल देने ले जाती है। रिपोर्ट आने तक या तो उसे थाने में रखा जाता। रिपोर्ट नैगेटिव आने के बाद ही बंदियों को जेल में एंट्री दी जा रही है। हालांकि जेल में फिलहाल तक तक कोई पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन जिस तरह से संक्रमण फैल रहा है। इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने पहले ही सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।

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