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बीकानेर.आज फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र का जन्मदिन है. बॉलीवुड के हीमैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र के चाहने वाले और उनके फैन्स आज भी उनको अपना आइडल मानते हैं. ऐसा ही एक जबरा फैन है बीकानेर का केशव. इनका दिन धर्मेंद्र के नाम से शुरू होकर रात भी उन्हीं पर खत्म होती है. इन्होंने अपना घर, दुकान सब कुछ धर्मेंद्र के नाम पर रखा है. इतना ही नहीं पूरा शहर केशव को धर्मेंद्र के नाम से ही जानता है.

पहली बार फिल्म देखकर हुआ लगाव : धर्मेंद्र से उम्र में करीब 20 साल छोटे बीकानेर के केशव चंद्र पारीक कहते हैं कि एक बार ‘मेरा गांव मेरा देश’ फिल्म देखी और उसके बाद धर्मेंद्र से लगाव हो गया. इसके बाद से धर्मेंद्र की हर फिल्म न सिर्फ देखी बल्कि कई लोगों को साथ ले जाकर दिखाई भी.

दुकान-मकान सब धर्मेंद्र के नाम से : धर्मेंद्र के प्रति केशव की दीवानगी पिछले 50 सालों से भी ज्यादा समय से है. बीकानेर में केशव के परिवार के अलावा शायद ही कोई उसका वास्तविक नाम जानता हो, क्योंकि पूरा शहर उसे धर्मेंद्र के नाम से ही जानता है. इसका कारण बताते हुए वे कहते हैं कि पहले मैं ऑटो चलाया करता था. 1991 में दुकान खोली और इसका नाम धर्मेंद्र स्टोर रखा. इसके बाद जब पहली बार घर बनाया तो उसका नाम धर्मेंद्र निवास रखा. इसके बाद अगला घर धर्मेंद्र आश्रम के रूप में और अब एक नया मकान धर्मेंद्र पैलेस के रूप में बना रहा हूं. इन सब जगह पर वह धर्मेंद्र के साथ अपनी फोटो और उनकी फिल्मों के अलग-अलग फोटोज की गैलरी भी बनाते हैं.

बीकानेर से सांसद रह चुके हैं धर्मेन्द्र : केशव पारीक कहते हैं कि धर्मेंद्र बीकानेर से सांसद का चुनाव जीते हुए हैं. जब उनको टिकट मिला तो इसकी सूचना उन्होंने मुझे दी. मैंने अपनी दुकान को ही चुनाव कार्यालय बना दिया. दुकान पर हमेशा रंगोली सजाकर रहता था. जब बीकानेर में उनके दोनों बेटे सनी देओल और बॉबी भी चुनाव प्रचार में आए थे, उस वक्त का माहौल पूरी तरह से अलग था.

शादी के कार्ड पर भी धर्मेंद्र : केशव ने अपने बच्चों की शादी में भी निमंत्रण पत्रिका पर धर्मेंद्र का फोटो छपवाया था. वे कहते हैं कि मेरा दिन धर्मेंद्र से शुरू होता है और रात धर्मेंद्र पर खत्म होती है. घर में सब जगह धर्मेंद्र के फोटो लगे हुए हैं ताकि उनको देखता रहूं. धर्मेंद्र से मिलने के सवाल पर केशव कहते हैं कि मुलाकात हुई है. लेकिन अब मिलने की क्या बात है, वह मेरे दिल में हैं.

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