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बीकानेर। बारसा सूत्र वाचन के साथ ही साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि अपनी सुख-सुविधा के लिए आप हमेशा खर्च करते हैं, लेकिन हमें अपने साधर्मिक बंधुओं का भी ध्यान रखना चाहिए। जो जरुरतमंद हो तो उसे सहायता दें। रोजगार हो या शिक्षा अथवा रोटी, कपड़ा, मकान जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति कर साधर्मिक भक्ति अवश्य करें। साध्वी सौम्यदर्शना ने कहा कि आज भगवान महावीर से सम्बद्ध जैन धर्म का अतिमहत्वपूर्ण दिन है, संयम प्रधान दिवस है। बुधवार को रांगड़ी चौक स्थित पौषधशाला में विजयरत्नाकर सूरिश्वर महाराज के जन्मदिवस पर श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्रीसंघ के अध्यक्ष रिखबचंद सिरोहिया, मंत्री विजय कुमार कोचर, सुरेन्द्र जैन बद्धाणी, लीलम सिपानी, विजयचंद बांठिया, उत्तम भंडारी द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की गई। व्याख्यानमाला के दौरान महाराजा चंद्रप्रद्योतन व राजा उदायन के बीच संवत्सरी के दिन हुए संवाद की प्रस्तुति रौनक कोचर, सुमित कोचर व रोहित कोचर ने दी। संघ पूजा व प्रभावना के तीन लाभार्थियों सुरेन्द्र जैन बद्धाणी, जयचंदलाल मनीष सिरोहिया व रामरतन कोचर परिवार द्वारा की गई। संचालन जितेन्द्र कोचर व अजय बैद द्वारा किया गया। प्रवचन के बाद आदिश्वर मंदिर में चैत्य परिपाटी परम्परा के लिए गाजे-बाजे के साथ पहुंचे। गुरुवार को सूरज भवन में सामूहिक पारणे का आयोजन किया जाएगा। मोहनलाल शांतिलाल सेठिया परिवार, रिद्धकरण हनुमानदास पन्नालाल लीलम सिपानी परिवार, मूलचंद पुष्पा देवी सुरेन्द्र जैन बद्धाणी परिवार, पूनमचंद विजयचंद कमल धर्मेन्द्र बांठिया परिवार की ओर से पारणे की व्यवस्था की गई है। चार सितम्बर को तपस्वियों का वरघोड़ा निकाला जाएगा। यह वरघोड़ा कोचरों के चौक से पंच मंदिर, आदिश्वर मंदिर, कोचरों की दादाबाड़ी होते हुए गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर पहुंचेगा, जहां धर्मसभा का आयोजन होगा।  धर्म सभा पश्चात् श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ के तत्वावधान में तपस्वी परिवार के सहयोग से साधर्मिक वात्सल्य का आयोजन किया जाएगा। तपस्वियों का सामूहिक बहुमान तपागच्छ संघ व चातुर्मासिक आयोजन के मुख्य लाभार्थी मूलचंद पुष्पा देवी सुरेन्द्र जैन बद्धाणी परिवार द्वारा किया जाएगा।

कोचर, सिपानी व बद्धाणी ने दिया क्षमापना उद्बोधन
श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के मंत्री विजय कुमार कोचर ने मिच्छामी दुक्ड़म के साथ कहा कि चातुर्मास के दो माह बीत चुके हैं तथा आगे भी दो माह पूर्णत: भक्तिभाव से बीतेंगे। पदमप्रभु ट्रस्ट अध्यक्ष लीलम सिपानी ने साध्वीवृंदों व सामाजिक बंधुओं से क्षमापना करते हुए कहा कि सबके सहयोग से ही गौतम लब्धितप, भगवान नेमीनाथ जन्म कल्याण, संक्रांति महोत्सव आदि वृहद आयोजन संभव हुए हैं। चातुर्मासिक आयोजन के मुख्य लाभार्थी सुरेन्द्र जैन बद्धाणी ने क्षमापना के साथ कहा कि वे प्रथम बार चातुर्मासिक आयोजन के मुख्य लाभार्थी बने हैं तथा तपागच्छ संघ व कोचर फ्रेंड्स क्लब सहित सभी का आभार जिन्होंने पूरे दो माह तक हर आयोजन को ऐतिहासिक बनाया।

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