बीकानेर सैनफ्रांसिस्को अमेरिका में कांग्रेस के सर्वेसर्वा नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपने देश के विरुद्ध दिए गए वक्तव्य निंदनीय है। सैनफ्रांसिस्को में जिस प्रकार राहुल गांधी ने कहा कि 1980 के दशक में मुसलमानों की स्थिति दलितों जैसी थी, जैसे वक्तव्य देश की सद्भावना के विपरीत है। उनका ये वक्तव्य और भी आपत्ति जनक है जिसमे वे भारत के प्रधानमंत्री मोदी को भगवान से बड़ा बोल बता रहे है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व हनुमानगढ़ जिला संगठन प्रभारी अखिलेश प्रताप ने राहुल गांधी के वक्तव्यों की निंदा की और कहा कि राहुल गांधी बिना होम वर्क किये देश की छवि को विदेश में खराब कर रहे है। उन्होंने कहा कि विश्व रेटिंग अनुसार मोदी वर्तमान में विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है। हाल ही मैं ऑस्ट्रलिय के दौरे पर जिस प्रकार ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने उन्हें बॉस कह कर संबोधिक किया उससे भारत की छवि बढ़ी है। मोदी जी इसी जून में अमेरिका के राजकीय दौरे पर वाशिंगटन जा रहे है जिसके लिए अमेरिका के राष्ट्रपति समेत अमेरिकन इंडियन उनके स्वागत के लिए आतुर है। यही नही भारत इस समय जी 20 की भी अध्यक्षता कर रहा है जो गौरव के पल है।
इन सब के बावजूद भी गांधी परिवार मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी से बाज़ नही आता है। राहुल गांधी के मुस्लिम और दलितों पर दिए बयान पर सिंह ने कहा कि 1980 में दिल्ली में राजीव गांधी का शासन था और उत्तरप्रदेश में भी काँग्रेस की सरकार थी, फिर दलितों और मुस्लिमो पर कुठाराघात कैसे हूआ। श्री सिंह ने राहुल गांधी को विदेश में निरतंर भारत की छवि को धूमिल करने वाला एक गैर जिम्मेदार नागरिक करार दिया है।