बीकानेर,भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संभागीय आयुक्त श्रीमती वंदना सिंघवी ने कहा कि आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में दृढ़ आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण को वास्तविक रूप से परिभाषित करने हेतु अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए । सिंघवी ने नशा प्रवृत्ति को रोकने, स्वच्छता, अभिभावकों व गुरूजनों के प्रति आदर भाव रखने, अभावों के बावजूद सकारात्मक सोच के साथ उपलब्ध संसाधनों का सदुपयोग करने, अवसर का लाभ लेने एवं कड़ी मेहनत द्वारा लक्ष्य प्राप्त करने आदि पहलुओं पर अपने विचार रखते हुए संकल्प, श्रम और सफलता के साथ आगे बढ़ने हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित किया ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष और केन्द्र निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू ने कहा कि आज महिलाएं मेडिकल, इंजीनियरिंग, सिविल सर्विसेज आदि सभी जगह आनुपातिक रूप से प्रगति कर रही है यह परिवार, समाज व एक विकासशील राष्ट्र की पहचान है। डॉ.साहू ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम को स्पष्ट करते हुए कहा कि हम महिलाओं के विकास हेतु जितना अधिक ध्यान केन्द्रित करेंगे उसका परिणाम कई गुना मिलेगा, अत: सकारात्मक सोच के साथ महिलाओं को आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने सभी को अपने- अपने कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्ति हेतु सतत मेहनत के लिए प्रोत्साहित किया ।
इस अवसर पर महिलाओं के योगदान सम्बन्धी एक निबन्ध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय शिवबाड़ी व सोफिया सीनियर सैकण्डरी स्कूल की 42 छात्राओं ने भाग लिया। शिवबाड़ी स्कूल की दिव्या भाटिया ने प्रथम, मुस्कान मौर्या ने द्वितीय व खूशबू रील ने तृतीय स्थान प्राप्त किया वहीं सोफिया स्कूल की अपेक्षा सारण प्रथम, तेजल सुथार द्वितीय व पलक व्यास तृतीय रहीं । सभी विजेता छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। उद्यमिता एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों हेतु बहुला नैचुरल से आकृति श्रीवास्तव, बीकानेर कशीदाकारी शिल्प कला हेतु सम्पत देवी व सीमा देवी तथा एनआरसीसी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.प्रियंका गौतम को सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ.आर.के.सावल, प्रधान वैज्ञानिक ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए । वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.बसंती ज्योत्सना ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एवं आयोजित कार्यक्रम के महत्व एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. मृणालिनी प्रेरणा द्वारा किया गया।