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जयपुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने कहा कि राज्य को विशेष योग्यजन फ्रैंडली राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। डॉ. शर्मा अंतर्राष्ट्रीय विशेष योग्यजन दिवस के अवसर पर शुक्रवार को यहां शासन सचिवालय के कान्फ्रेंस हॉल में विभिन्न विभागों तथा स्वंयसेवी संस्थाओं के साथ विशेष योग्यजन के समावेशी विकास के लिए आयोजित दूसरे सत्र को संबोधित कर रहे थे।

इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला के प्रथम सत्र में विशेष योग्यजनों को स्कूटी देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला में डॉ शर्मा ने कहा कि विशेष योग्यजन के लिए नीति बनानी होगी जिसमें सभी विभागों तथा स्वंयसेवी संस्थाओं की मदद से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनकी फैसिलिटी मैंपिग किया जाए जिसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

सत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक श्रीमती अरुणा राजोरिया ने कहा कि विशेष योग्यजन को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए एक कॉमन प्लेटफॉर्म पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि हाल ही में विशेष योग्यजन की पहचान के लिए विद्यालयों में 100 प्रतिशत विज्ञान की शिक्षिकाओं का प्रशिक्षण करवाया गया। उसके बाद चिन्हित हुए विशेष योग्यजन बच्चों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शिविरों में लाया गया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मातृ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी प्रयास करने होगे जिससे बच्चे की शुरुआती स्टेज पर ही डिसेबलिटी की पहचान कर उपचार किया जा सके।

इस अवसर पर भगवान महावीर सेवा संस्थान के संस्थापक एवं मुख्य सरंक्षक श्री डी. आर. मेहता ने संस्थान द्वारा विशेष योग्यजनों के लिए किए जा रहे कार्योें का उल्लेख करते हुए कहा कि अब तक संस्थान द्वारा 50 लाख विशेष योग्यजनों को अंग उपकरणों से लाभान्वित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विशेष योग्यजनों को दिए जाने वाले अंग उपकरणों की क्वालिटी तथा रिसर्च पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र में मिशन मोड पर काम करना होगा जिससे विशेष योग्यजन सरकार की सभी योजनाओं का लाभ ले सकें।

इस दौरान नारायण सेवा संस्थान के श्री प्रशान्त अग्रवाल ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा कुल 86 तरह की डिसेबलिटी का उपचार किया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा विशेष योग्यजनों को आर्थिक संबल देने के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण के बाद में नौकरी देने का प्रयास भी किया जाता है। कार्यक्रम में दिशा फाउन्डेशन से रेणु सिंह ने कहा कि दिशा संस्थान द्वारा लंबे समय से विशेष योग्यजन बच्चों को शिक्षा एवं कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

कार्यशाला में अपना घर स्वंयसेवी संस्था के श्री बी. एम. भारद्वाज ने कहा कि संस्थान द्वारा समाज से परित्यक्त हो चुके असाधरणीय बहु दिव्यांगताओं वाले विशेष योग्यजनों को निः शुल्क आवास एवं खाना उपलब्ध करवाया जाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान के वर्तमान में 10 राज्यों में 50 केन्द्र कार्यरत है। कार्यशाला में शिक्षा विभाग, निर्वाचन विभाग, राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम सहित विभिन्न विभागों तथा विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं द्वारा विशेष योग्यजन के क्षेत्र में कार्य की प्रस्तुतिकरण द्वारा चर्चा की गई। इस अवसर पर विशेष योग्यजन के आयुक्त श्री गजानन्द शर्मा सहित संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद थे।

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