उदयपुर,राजस्थान में लंपी रोग का कहर काबू में आने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 55 हजार से ज्यादा गायों की अकेले राजस्थान में मौत हो चुकी है और 11 लाख से ज्यादा गाय इससे ग्रसित हैं।
ऐसे में उदयपुर जिले में रोग के बढते कहर को नियंत्रित करने के लिए उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री रामलाल जाट, बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड राजस्थान के चेयरमैन संदीप चौधरी एवं जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने जिले की बलीचा स्थित न्यू कृषि उपज मंडी में लंपी स्किन बीमारी से ग्रसित गायों की हो रही देखरेख का जायजा लिया व चिकित्सा अधिकारियों से बात की।
उन्होंने उदयपुर जिले में लंपी रोग पीड़ित गोवंश और उनको दिए जा रहे उपचार व दवाओं के बारे में जानकारी लेकर अधिकारियों को लंपी रोग पीड़ित गोवंश को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने और इसकी रोकथाम के लिए अधिकाधिक स्थानों पर आइसोलेशन सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर उन्होंने आइसोलेशन सेंटर में पीड़ित गायों को आयुर्वेदिक औषधीय लड्डू भी प्रमुखता से खिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लंपी रोग से बचाव के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द ही इस बीमारी को काबू में कर लिया जाएगा।
बता दें कि आंवला, हल्दी, नामे, दालचीनी, तुलसी पत्ता, नीम गिलोय, काली मिर्च, लोंग और गुड़ से ये लड्डू तैयार किए गए हैं, जिससे गाय को लंपी रोग का मुकाबला करने में सक्षमता प्रदान की जा सकती है।